दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका इलाके में जाली नोट छापने और उनकी आपूर्ति करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. द्वारका पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के पास से 200 रुपये के जाली नोटों में कुल 1.40 लाख रुपये भी जब्त किए हैं.
उन्होंने बताया कि पुलिस को पांच अगस्त को सूचना मिली थी कि अनस खान जाली नोट मुहैया कराने के लिए द्वारका मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास आएगा. सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे मेट्रो स्टेशन के पास से ही गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान अनस खान (20), अमन कुमार (25) और विकास कुमार (24) के रूप में हुई है.
द्वारका पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि जब खान की तलाशी ली गई तो 200 रुपये के 301 नकली नोट बरामद हुए. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. खान ने पुलिस को बताया कि वह सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति के संपर्क में आया और उसे नकली नोटों की आपूर्ति करने लगा.
अंकित सिंह ने बताया कि खान के बयान के आधार पर छह अगस्त को नकली नोट देने आए विकास कुमार और अमन कुमार को पीरागढ़ी मेट्रो स्टेशन से पकड़ लिया. बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने बताया कि पूर्व में विकास कुमार को हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि विकास कुमार के डीसीएम कॉलोनी स्थित घर से तीन मोबाइल फोन और नकली भारतीय मुद्रा छापने के उपकरण जब्त किए गए, इसमें दो प्रिंटर, एक लैपटॉप, फ्रेम, वॉटरमार्क और स्याही शामिल हैं. अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के साथ ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.