- दिल्ली-नोएडा में प्रदूषण के कारण लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है, खांसी-जुकाम बढ़ा है
- दिवाली के बाद से दिल्ली में AQI लगातार बढ़ रहा है और कई इलाकों में खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है
- आनंद विहार में सबसे अधिक एक्यूआई स्तर 411 दर्ज किया गया, दिल्ली के अन्य इलाकों में भी प्रदूषण का स्तर अधिक है
दिल्ली, नोएडा के लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है. हर दूसरे इंसान को खांसी और जुकाम हो रहा है. दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला 'जहर' इसकी एक वजह बताई जा रही है. दिवाली के बाद से दिल्ली में प्रदूषण (Delhi Air Pollution) का स्तर लगातार बढ़ रहा है. शनिवार सुबह 6 बजे भी दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लेवल खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. सबसे ज्यादा एक्यूआई लेवल दिल्ली में आनंद विहार इलाके में दर्ज किया गया है. दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए कमर कस ली है. दिल्ली में जल्द ही ‘क्लाउड सीडिंग' (कृत्रिम वर्षा) कराने की तैयारी चल रही है.
दिल्ली में सुबह 6 बजे आनंद विहार में एक्यूआई लेवल सबसे ज्यादा (411) बना हुआ है. इसके बाद बवाना में 318, चांदनी चौक में 309, अलीपुर में 291, बुराड़ी में 288 और अशोक विहार में 279 पर है.
आनंद विहार में AQI 400 के पार
दिल्ली में शनिवार को सुबह से ही धुंध की चादर नजर आ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई में सुधार दर्ज किया गया है और 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 257 रहा, जो ‘खराब' श्रेणी में आता है. सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, आनंद विहार में एक्यूआई 414 दर्ज किया गया जो सभी निगरानी केंद्रों में सबसे अधिक है. दिल्ली के 38 निगरानी केंद्रों में से 10 ने वायु गुणवत्ता को ‘बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया, 24 ने इसे ‘खराब' श्रेणी में और तीन केंद्रों ने ‘मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया.
मौसम में कुछ दिख रहा सुधार
दिल्ली में गुरुवार रात न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो वर्षों में अक्टूबर महीने का सबसे कम तापमान है. इसके साथ ही यहां मामूली सुधार के साथ वायु गुणवत्ता ‘खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि पिछले चार दिन से यह ‘बहुत खराब' श्रेणी में थी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.2 डिग्री कम है और इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में 15 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा था. दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
अगले 6 दिन दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, इसकी तुलना में पड़ोसी शहरों जैसे गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता का स्तर 200 के आसपास रहा जो ‘खराब' श्रेणी में आता है. केंद्र की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के पूर्वानुमानों से संकेत मिल रहा है कि दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक भी एक्यूआई लेवल ‘बहुत खराब' श्रेणी में बने रहने की संभावना है. अगले छह दिन तक यह ‘खराब' और ‘बहुत खराब' के बीच रह सकता है. बता दें कि सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच ‘एक्यूआई' को ‘अच्छा', 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम', 201 से 300 के बीच को ‘खराब', 301 से 400 के बीच को ‘बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर' माना जाता है.
निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के वायु प्रदूषण में शुक्रवार को परिवहन उत्सर्जन का योगदान 17.8 प्रतिशत रहा. इस बीच, उपग्रह डेटा से पता चला है कि बृहस्पतिवार को पंजाब में पराली जलाने की 28 और उत्तर प्रदेश में 13 घटनाएं हुईं.












