8 दिन की मेहनत, 200 से ज्यादा CCTV... दिल्ली पुलिस ने ऐसे सुलझाया ब्लाइंड हिट एंड रन केस

पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल और CCTV के जरिए रूट मैपिंग की तो पता चला कि गौरव भारद्वाज ही उस रात कार चला रहा था. हादसे के अगले दिन उसने GK-I स्थित एक गैराज पर टूटा हुआ फ्रंट ग्लास बदलवा दिया था. लेकिन फिर भी पुलिस ने उसे धर दबोचा.

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वसंत विहार हिट एंड रन मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी. (सांकेतिक फोटो)
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  • दिल्ली पुलिस ने वसंत विहार के हिट एंड रन मामले में आठ दिन की जांच के बाद आरोपी गौरव भारद्वाज को गिरफ्तार किया.
  • 15 सितंबर की रात आरटीआर फ्लाईओवर पर मयंक जैन की कार को नीली मारुति बलेनो ने टक्कर मारी और ड्राइवर फरार हो गया.
  • पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मोबाइल कॉल डिटेल्स के जरिए आरोपी तक पहुंचने में सफलता पाई.
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नई दिल्ली:

दिल्ली के वसंत विहार हिट एंड रन केस में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. 8 दिन की कड़ी मेहनत और तफ्तीश के बाद साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की वसंत विहार पुलिस ने एक ब्लाइंड हिट-एंड-रन केस (Delhi Hit And Run Case) को सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में ग्रेटर कैलाश एनक्लेव-1 के रहने वाले आरोपी गौरव भारद्वाज को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से नीली मारुति बलेनो कार बरामद की गई है, जिसका फ्रंट ग्लास दुर्घटना में टूट गया था.

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वसंत विहार में 15 सितंबर की रात हुआ क्या था?

15 सितंबर 2025 की रात करीब 2 से 3 बजे के बीच आरटीआर फ्लाईओवर, वसंत विहार पर होटल मैनेजर मयंक जैन की होंडा सिटी कार को एक नीली बलेनो कार ने टक्कर मार दी थी. जब मयंक जैन अपनी कार से नीचे उतरे तो बलेनो ड्राइवर ने उन्हें जानबूझकर गाड़ी से टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया. गंभीर हालत में मयंक जैन को RR हॉस्पिटल, धौला कुआं में भर्ती कराया गया था. इस मामले में वसंत विहार थाने में FIR दर्ज हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी.

200 से ज्यादा CCTV फुटेज से पकड़ा गया आरोपी

पुलिस टीम ने आरोपी तक पहुंचने के लिए 200 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगाले, जिनमें रिंग रोड, द्वारका मोड़, मुनिरका से राजोखड़ी बॉर्डर तक की फुटेज शामिल थी. जांच में पता चला कि बलेनो का मालिक दो साल पहले गुजर चुका था और कार उसके परिवार के लोग इस्तेमाल कर रहे थे.

एक्सीडेंट के बाद बदलवाया टूटा हुआ ग्लास

पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल और CCTV के जरिए रूट मैपिंग की तो पता चला कि गौरव भारद्वाज ही उस रात कार चला रहा था. हादसे के अगले दिन उसने GK-I स्थित एक गैराज पर टूटा हुआ फ्रंट ग्लास बदलवा दिया. पुलिस ने बाद में वह टूटा हुआ शीशा भी बरामद कर लिया. 22 सितंबर को पुलिस ने गौरव भारद्वाज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस का कहना है कि मामले की आगे की जांच चल रही है. यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि आधुनिक टेक्नोलॉजी जैसे CCTV और कॉल डिटेल एनालिसिस कैसे अपराधियों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाते है.

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