- दिल्ली पुलिस ने जलती हुई मर्सिडीज कार से महिला और उसके बच्चे को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाला.
- घटना 6 नवंबर 2025 की शाम तारा अपार्टमेंट क्रॉसिंग के पास हुई थी, जब कार अचानक आग की चपेट में आ गई.
- एएसआई रतन लाल मीणा, कांस्टेबल राहुल और ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने तुरंत मौके पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को बचाया.
साउथ दिल्ली में पुलिस वालों की मुस्तैदी से एक बड़ा हादसा होने से टल गया. पुलिस के जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए जलती हुई लग्जरी कार से एक महिला और उसके बच्चे को बाहर निकाल लिया. अगर थोड़ी और देर हो जाती तो दोनों की जान जा सकती थी. इस साहस भरे काम के लिए दक्षिण-पूर्वी ज़िले की पुलिस की जमकर तारीफ हो रही है. गोविंदपुरी थाने और ट्रैफिक यूनिट के पुलिसकर्मियों ने फुर्ती और हिम्मत दिखाते हुए जलती हुई कार से महिला और उसके छोटे बच्चे की जान बचा ली. वरना कुछ भी हो सकता था.
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पुलिस ने जलती कार से महिला और बच्चे को बचाया
यह घटना 6 नवंबर 2025 की शाम करीब 5:37 बजे की है, जब पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि तारा अपार्टमेंट क्रॉसिंग के पास एक मर्सिडीज कार (MH 14GA8228) लाल बत्ती पर खड़ी-खड़ी अचानक आग की चपेट में आ गई है. सूचना मिलते ही एएसआई रतन लाल मीणा, कांस्टेबल राहुल और ट्रैफिक पुलिसकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने बिना वक्त गंवाए कार में फंसी 38 साल की महिला और उसके 5 साल के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. उस वक्त कार में आग तेजी से फैल रही थी.
वक्त रहते बच गईं दो जानें, पुलिस के हौसलों को सलाम
आग पर काबू पाने के लिए टीम ने समझदारी और सूझबूझ का दिखाते हुए तुरंत दिल्ली जल बोर्ड का टैंकर बुलवाया. पुलिस टीम और टैंकर कर्मियों ने मिलकर आग पर काबू पाया और आसपास खड़ी गाड़ियों और लोगों को भी सुरक्षित रखा. महिला ने दिल्ली पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि अगर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती, तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी.
बहादुर पुलिसकर्मियों की हो रही तारीफ
दक्षिण-पूर्वी ज़िले की पुलिस ने एएसआई रतन लाल मीणा, कांस्टेबल राहुल और ट्रैफिक स्टाफ की इस बहादुरी और तत्परता की सराहना की है. उनके साहस, त्वरित निर्णय और जनसेवा के जज़्बे ने दिखा दिया कि पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए हर पल तैयार है.













