दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बालाजी श्रीवास्तव ने शनिवार को पहली अपराध समीक्षा बैठक में ड्रोन के अवैध उपयोग को रोकने पर जोर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक- सीपी ने सभी डीसीपी को दिल्ली में ड्रोन की बिक्री और खरीद, विक्रेताओं और उनके पंजीकरण नंबर, दिल्ली में ड्रोन के अधिकृत डीलरों और यदि वे मानदंडों का पालन कर रहे हैं, साथ ही जिन लोगों ने ड्रोन की खरीद की है और उसका उपयोग वो कैसे कर रहे हैं इसकी की जांच शुरू करने के लिए कहा है. दिल्ली पुलिस आयुक्त बालाजी श्रीवास्तव ने सभी 15 पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) को राजधानी में ड्रोन की बिक्री और खरीद पर नजर रखने को कहा है.
इससे पूर्व जम्मू एयरबेस के अड्डे पर हुए ड्रोन हमले के हफ्तेभर बाद प्रशासन ने श्रीनगर में ड्रोन के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. ड्रोन की खरीद बिक्री पर भी पाबंदी लगा दी है. पुलिस ने कहा है कि जिन भी लोगों के पास ड्रोन हैं वे जल्द से जल्द पुलिस स्टेशन में जमा करवा दें. जिलाधिकारी मोहम्मद एजाज ने 3 जुलाई को जारी आदेश में कहा कि जिन भी लोगों के पास ड्रोन कैमरा या हवाई संबंधी अन्य यंत्र हैं वो पुलिस को जमा करवाएं.
बता दें कि जम्मू वायुसेना के अड्डे पर विस्फोटकों से लैस ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया था. भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा यूएवी-ड्रोन का इस्तेमाल करने का यह पहला मामला था. इस हमले के अगले ही दिन कालचूक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन देखे गए थे, जैसे ही सेना के जवानों ने फायरिंग की वे भाग गए. इसके बाद जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन दिखा था. बीएसएफ के जवानों ने फायरिंग करके इस ड्रोन को भगा दिया था.