दिल्ली की अर्थव्यवस्था (Economy of Delhi) के मजबूत स्थिति में होने का जिक्र करते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल (LG Anil Baijal) ने बुधवार को विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान कहा कि वर्ष 2016-17 के बाद पांच वर्षों में दिल्ली के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 50 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. उपराज्यपाल ने कहा कि कोविड महामारी (Covid Pandemic) के कारण 2020-21 में दिल्ली की अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ा. बैजल के संबोधन की शुरुआत में बीजेपी सदस्यों ने फिल्म ''द कश्मीर फाइल्स'' को कर-मुक्त किए जाने की मांग उठायी जिससे व्यवधान उत्पन्न हुआ.
बैजल ने अपने संबोधन में कहा, ''वर्ष 2021-22 में दिल्ली की जीडीपी 9,23,967 करोड़ रुपये रही और वर्ष 2016-17 के 6,16,085 करोड़ रुपये के मुकाबले इसमें 50 फीसदी तक का इजाफा हुआ. ये दिल्ली के मजबूत आर्थिक हालात को दर्शाता है.'' उन्होंने कहा कि 2021-22 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 4,01,922 रुपये थी जो देश के औसत की तुलना में तीन गुना अधिक है. उपराज्यपाल ने अपने संबोधन में बिजली, शिक्षा, प्रदूषण निवारण और हरित ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में दिल्ली सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में देशभर के मुकाबले बिजली दरें सबसे सस्ती हैं और वर्ष 2020-21 में 91.4 प्रतिशत घरों ने बिजली सब्सिडी का लाभ उठाया.
शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली सरकार की उपलब्धि पर उपराज्यपाल ने कहा कि 10वीं और 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण प्रतिशत में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि कक्षा 10वीं और 12वीं में उत्तीण प्रतिशत क्रमशः 97.52 और 99.14 प्रतिशत रहा.
बैजल ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली सरकार का लोक निर्माण विभाग अपनी पुनर्वास नीति के तहत झुग्गीवासियों के लिए देवनगर इलाके में 784 बहुमंजिला फ्लैटों का निर्माण कर रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार शहर भर में प्रतिदिन 94.5 करोड़ गैलन पानी की आपूर्ति करती है. उपराज्यपाल ने कहा कि जिन कॉलोनी में पानी पाइपलाइन नहीं है, वहां सरकार टैंकर के जरिए पानी की आपूर्ति कर रही है.