Delhi News: दिल्ली पुलिस ने रोहिणी इलाके में एक कारोबारी की कार रोककर उससे 2 करोड़ की लूट के मामले में मास्टरमाइंड समेत सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. लूटे गए रुपयों में से करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए हैं.रोहिणी के डीसीपी प्रणव तायल के मुताबिक, 29 मार्च को रोहिणी सेक्टर 22 निवासी नरेंद्र कुमार अग्रवाल ने बुध विहार थाने में आकर बताया कि वो ख्याला में जय श्री बांके बिहारी ट्रेडर्स में पर्यवेक्षक के पद पर कार्यरत हैं.वो ड्राइवर धर्मेंद्र के साथ चांदनी चौक से पैसे लेकर रोहिणी लौट रहे थे जब रात करीब 9 बजे रोहिणी सेक्टर 24 पहुंचे तो एक स्कूटी सवार ने उन्हें रोक लिया और झगड़ा करने लगा. इसी दौरान उसके साथियों ने कार का शीशा तोड़ दिया और पिस्टल की नोंक पर कार की डिग्गी से 1.97 करोड़ रुपयों से भरे तीन बैग लेकर भाग गए.
इस सनसनीखेज मामले को देखते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमें बनाई गईं. जांच में पता चला कि पैसा चांदनी चौक इलाके से लाया गया था. तकनीकी जांच के बाद वारदात के मास्टरमाइंड की पहचान अशोक विहार के रहने वाले दीपक कुमार के रूप में हुई. यह भी पता चला कि वह वृंदावन इलाके में कहीं छिपा है. सूचना मिलने के बाद एक टीम को वृंदावन भेजा गया. तकनीकी सर्विलांस के आधार पर एक इलाके को जीरो डाउन कर सभी होटल, गेस्ट हाउस, लाउंज, धर्मशाला आदि की जांच शुरू की गई. रातभर 200 से अधिक होटलों की जांच के बाद टीम आरोपी द्वारा इस्तेमाल की जा रही कार की पहचान करने में सफल रही. जब आरोपी अपने होटल से निकल रहा था तो उसके वाहन का पीछा करना शुरू कर दिया. करीब 8-10 किलोमीटर का पीछा करने के बाद टीम ने वाहन को रोका और आरोपी को पकड़ लिया.
पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने अपने सहयोगियों नवनीत उर्फ नोनू, शान मोहम्मद उर्फ अमन और एक अन्य (नाबालिग) के साथ लूट को अंजाम दिया था. उसने यह भी खुलासा किया कि 29 मार्च को वो अपने सहयोगियों के साथ जल्दी पैसा कमाने के लिए शिकार की तलाश कर रहे थे, तलाशी के दौरान उन्होंने देखा कि सफेद रंग की सियाज कार की डिक्की के अंदर 4 लोगों ने तीन भारी बैग रखे हैं. इसी के तहत वह अपने साथियों के साथ कार का पीछा करने लगा. कार रोहिणी के सेक्टर 24 पर पहुंची तो उसने अपनी स्कूटी से कार को ओवरटेक किया और ड्राइवर से झगड़ा करने लगा. इस दौरान उनके साथी भी मौके पर पहुंच गए. एक सहयोगी ने पत्थर से दरवाजे का शीशा तोड़ा और कार की डिक्की खोली.अन्य साथियों ने डिक्की से बैग ले लिया और वे सभी भाग गए. इसके बाद वारदात में इस्तेमाल हुई स्कूटी और मोटरसाइकिल को फेंक दिया और लूटे गए पैसे को अपनी स्विफ्ट कार में बांट लिया. रुपये बांटने के बाद सभी फरार हो गए. आरोपी दीपक की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर दो अलग-अलग टीमों ने बहादुरगढ़, हरियाणा से नवनीत उर्फ नोनू और शाहबाद, कुरुक्षेत्र से शान मोहम्मद उर्फ अमन को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा 18 साल और 4 महीने की उम्र के एक अन्य आरोपी को बाद में पकड़ लिया गया.
पूछताछ में इन सभी ने जुर्म कबूला और खुलासा किया कि दीपक ने पूरी डकैती की योजना बनाई थी. उसने उन सभी को बुराड़ी इलाके में मिलने के लिए बुलाया, जहां से वे सभी चांदनी चौक के लिए निकले थे. दीपक ने शिकार को चुना और उसके कहने पर वे सब उसका पीछा करने लगे. पीड़ित को लूटने के बाद दीपक ने सभी को 32-32 लाख रुपये बांटे, बाकी पैसे दीपक ने अपने पास रख लिए. पुलिस ने लूटे गए 1 लाख 80 हजार 73,500 रुपये बरामद कर लिए हैं. बाकी पैसों को बरामद करने की कोशिश की जा रही है. आरोपियों में 37 साल का दीपक ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार के माध्यम से ग्रेजुएशन किया और 2014 तक एक परिवहन कंपनी में काम किया. बाद में उन्होंने निमरी कॉलोनी, अशोक विहार में एक रेस्तरां खोला, फिर एक टूर एंड ट्रैवल कंपनी खोली और 2018 में बेरोजगार हो गया उसके बाद लूटपाट करने लगा उस पर लूट के कई केस दर्ज हैं. दूसरा आरोपी शान मोहम्मद, दीपक से जेल में मिला था जहां वे एक साथ बंद थे. तीसरा आरोपी नवनीत गौरी गुड़गांव में जॉब करता था. वो अक्टूबर, 2021 के महीने में दीपक से मिला था, जब दीपक ने एक दुर्घटना में उनकी मदद की और उसे घर लौटने के लिए लिफ्ट की पेशकश की थी जबकि चौथा आरोपी नाबालिग है.