दिल्ली के अमन विहार इलाके में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां कुछ लोगों ने मर्चेंट नेवी में काम करने वाले कर्मचारी मनजीत का सिर्फ इसलिए अपरहण किया क्योंकि उसने आरोपियों के किसी जानकार को विदेश नहीं भेजा था. जबकि विदेश भेजने के लिए आरोपियों ने पहले ही पैसे का भुगतान कर दिया था. पुलिस ने मर्चेंट नेवी के कर्मचारी को उसके अपहरण की सूचना मिलने के 12 घंटे के अंदर ही सकुशल आरोपियों के पास से छुड़ा लिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने मर्चेंट नेवी के कर्मचारी को छोड़ने के लिए 12 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. पुलिस ने इस मामले में अभी तक चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया. जिनके पास से पुलिस को अपहरण में इस्तेमाल की गई कार और पांच लाख रुपये भी बरामद हुए हैं.
पुलिस की शुरुआत जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पीड़ित को अपने किसी जानकार को विदेश भेजने के नाम पर पैसे दिए थे. लेकिन जब पीड़ित उस शख्स को विदेश नहीं भेज सका तो आरोपियों मनजीत के अपहरण की योजना बनाई. आरोपियों ने पहले मनजीत को बुलाया और पैसे की डिमांड की. लेकिन मनजीत जब पैसे नहीं दे सका तो आरोपियों मनजीत का अपहरण कर लिया.इसके बाद आरोपियों ने मनजीत के मोबाइल से ही उसके घर वालों को फोन किया और उसे छोड़ने के लिए 12 लाख रुपये की मांग की. इसके बाद आरोपी मनजीत को अपनी गाड़ी में लेकर अलग-अलग जगह घूमते रहे.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की. इस टीम ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज समेत लोकल इनपुट की मदद से आरोपियों की घेराबंदी करना शुरू किया.पुलिस टीम ने छापेमारी कर आखिरकार 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर ही लिया और पीड़ित को उनके कब्जे से सकुशल छुड़ा लिया.
इस पूरे ऑपरेशन को लेकर रोहिणी जिले के डीसीपी गुरु इकबाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मारुति स्विफ्ट कार, 5 लाख नगद और एल टॉय पिस्टल भी बरामद की है. अमन विहार थाना पुलिस अभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ और आगे की तफ्तीश में जुट गई है.