- दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है
- पुलिस ने पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके से तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू की है
- हिरासत में लिए तीनों संदिग्ध पुलवामा जिले के निवासी हैं और उनके नाम तारिक अहमद मलिक, आमिर राशिद, उमर राशिद हैं
दिल्ली में लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. अब इसके तार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से जुड़ते नजर आ रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने सोमवार रात पुलवामा के अवंतीपोरा पुलिस स्टेशन के पम्पोर इलाके से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है.
हिरासत में लिए गए संदिग्ध कौन हैं?
हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्ध पुलवामा जिले के निवासी हैं. तारिक अहमद मलिक (पुत्र गुलाम अहमद मलिक) एटीएम गार्ड है. आमिर राशिद (पुत्र एबी राशिद मीर, वायरल तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति, तारिक का सिम कार्ड इस्तेमाल कर रहा था) और
उमर राशिद (पुत्र एबी राशिद मीर) हैं. आमिर और उमर दोनों भाई हैं. जानकारी के अनुसार, तारिक अहमद और आमिर राशिद को श्रीनगर लाया गया है, जबकि उमर राशिद अभी पम्पोर पुलिस स्टेशन में है और उससे पूछताछ जारी है.
कार ब्लास्ट में मारे गए संदिग्ध का नाम डॉ. उमर यू नबी है. फरीदाबाद के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाता था. वह डॉ आदिल का सहयोगी था. यह भी बताया जा रहा है कि दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई कार का मालिक तारिक (जिसकी पहचान तारिक अहमद मलिक के रूप में हुई है) ने यह कार कथित तौर पर डॉ. उमर को दी थी. डॉ. उमर को फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से भी जोड़ा जा रहा है, जिसका भंडाफोड़ हाल ही में हुआ था.
डॉ उमर की तस्वीर
लश्कर-ए-तैयबा के नाम से वायरल पोस्ट
इस बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने दिल्ली में हुए इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है. पोस्ट में इसे पीओके में बिलाल मस्जिद पर कथित इंडियन मिसाइल अटैक का बदला बताया गया है. पुलिस ने अभी तक इस पोस्ट की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन मामले को संज्ञान में ले लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है.














