- दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम धमाके में आरोपियों पर शिकंजा कसा जा रहा है. 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
- फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े कई डॉक्टर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं.
- अब तक तीस से अधिक लोग हिरासत में लिए गए हैं जिनमें 13 डॉक्टर शामिल हैं.
दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए बम धमाके ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. 10 लोगों की मौत से उनके परिवार ही नहीं बल्कि देशभर के लोग सदमे में हैं. जांच एजेंसियां आरोपियों तक पहुंचने के लिए दिन-रात एक कर रही हैं. ब्लास्ट का लिंक फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा है. यहां के कई डॉक्टर आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, जिसके बाद जांच एजेंसियों ने उन पर भी शिकंजा कसा है. देश भर में 20 डॉक्टरों पर अब तक शिकंजा कसा जा चुका है. 3 को अब तक गिरफ्तार किया गया है और 13 डॉक्टर हिरासत में लिए जा चुके हैं.
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8 गिरफ्तार आरोपियों में 3 डॉक्टर्स
बम धमाके की साजिश मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 30 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में 3 डॉक्टर शामिल हैं, जिनके नाम शाहीन सईद, मुजम्मिल और डॉ. आदिल हैं. वहीं डॉक्टर मोहम्मद उमर उस कार में मारा जा चुका है, जिसे लाल किसे के पास ब्लास्ट किया गया था.
दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार डॉक्टर
- डॉक्टर आदिल
- डॉक्टर मुजम्मिल
- डॉक्टर शाहीना
दिल्ली ब्लास्ट में मारा गया डॉक्टर
- डॉक्टर उमर मोहम्मद
दिल्ली ब्लास्ट मामले में हिरासत में लिए गए 13 डॉक्टर
- कानपुर से डॉक्टर आरिफ
- हापुड़ से डॉक्टर फारूक
- फरीदाबाद से डॉक्टर फहीम
- नूंह से 2 डॉक्टर
- लखनऊ से डॉक्टर परवेज
- बंगाल से एक डॉक्टर
- पंजाब से एक डॉक्टर
- इसके अलावा और 5 डॉक्टर
आतंकी गतिविधियों से जुड़ रहे इन डॉक्टर्स के लिंक
वहीं फरीदाबाद, कानपुर, हापुड़, नूंह, लखनऊ, बंगाल, पंजाब से अब तक 13 डॉक्टरों को हिरासत में लिया जा चुका है. डॉ. शाहीन को अल फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस से गिरफ्तार किया गया था. मुजम्मिल के साथ उनका खास कनेक्शन सामने आया है. मुजम्मिल का शाहीन के घर आना-जाना था. इन डॉक्टरों का मेडिकल लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. ये लोग अब कोई भी चिकित्सीय कार्य नहीं कर सकेंगे.
अल फलाह यूनिवर्सिटी पर भी कसा शकंजा
वहीं अल फलहा पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. शनिवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं. पहली एफआईआर धोखाधड़ी यानी चीटिंग के मामले में है, जबकि दूसरी फॉर्जरी की धाराओं के तहत है. दिल्ली ब्लास्ट की साजिश के पीछे और कौन-कौन है, जांच एजेंसियां और पुलिस ये पता चलाने की कोशिश में जुटी हुई हैं.













