पंजाब में सियासत गर्म, दिल्ली में केजरीवाल की भगवंत मान और विधायकों संग बैठक
आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई में असंतोष की अफवाहों के बीच पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के कपूरथला हाउस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव में विधायकों के काम के लिए उनका धन्यवाद किया. पंजाब सरकार लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है.आज भी दिल्ली के लोग कहते हैं कि उन्होंने पिछले 75 सालों में ऐसा काम नहीं देखा, जैसा आप ने पिछले 10 सालों में किया है. हम दिल्ली के अनुभव का पंजाब में इस्तेमाल करेंगे. हम मिलकर काम करेंगे. हमारी पार्टी अपने काम के लिए जानी जाती है. आज की बैठक में फैसला हुआ कि आने वाले दो सालों में हम पंजाब को एक ऐसा मॉडल बनाएंगे, जिसे पूरा देश देखेगा. पंजाब हमेशा सभी लड़ाइयों में सबसे आगे रहा है.
केजरीवाल की विधायकों संग बैठक में क्या-क्या हुआ?
- पंजाब सरकार में किसी भी तरह के बदलाव को लेकर कोई चर्चा नहीं
- दिल्ली की हार से सबक सीखा है. मंथन करेंगे. दिल्ली में अंडरकरंट था.
- पंजाब के विधायकों ने कहा कि कामकाज को जनता तक लेकर जाएंगे.
- दिल्ली में सरकार ने बहुत काम किया, लेकिन जनता तक मैसेज नहीं पहुंचा
- पंजाब में इस गलती से सबक लेंगे, संगठन की मजबूती पर भी ध्यान लगाएंगे
- 'दिल्ली मॉडल' का अधूरा काम पंजाब में पूरा करेंगे. सारे गारंटी वाले वादे पूरे करेंगे.
- पंजाब में पार्टी में कोई टूट नहीं है, मान ने कांग्रेस पर पलटवार किया.
जाने कब-क्या हुआ...?
- सुबह 11 बजे मीटिंग कपूरथला हाउस में बुलाई गई थी.
- सुबह 10.45 बजे से विधायक और मंत्री पहुंचने शुरू हो गए.
- बीच में भगवंत मान भी पहुंचे. पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी पहुंचे
- 12 बजकर 3 मिनट पर केजरीवाल और उससे 3 मिनट पहले सिसोदिया पहुंचे.
- बैठक बहुत छोटी ही रही. करीब 10-15 मिनट तक बैठक चली
- दोपहर 12.30 बैठक बैठक से नेता निकलने लगे.
- भगवंत मान ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. केजरीवाल भी इस दौरान निकल गए.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी पार्टी काम के नाम पर जानी जाती है. हम पूरे देश के लिए पंजाब को मॉडल स्टेट बनाएंगे. पंजाब को शानदार मॉडल बना देंगे. 3 साल में 50 हजार से ज्यादा नौकरियां दी. बता दें कि कपूरथला हाउस में हुई ये बैठक कुल 10 मिनट चली है. केजरीवाल ने यह बैठक पंजाब में पार्टी की इकाई में बढ़ रहे आंतरिक कलह के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाई थी.
'पंजाब में कोई बदलाव नहीं होगा'
बैठक के बाद पंजाब के आप विधायक अशोक पराशर ने कहा कि पंजाब में कोई बदलाव नहीं होगा. भगवंत मान जमीनी नेता हैं. कांग्रेस के जो बिचले हुए नेता हैं वो कहीं हमारे साथ ना आ जाए.
'पंजाब का सीएम बनने का रास्ते तलाश रहे'
राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से बीजेपी के विजयी उम्मीदवार मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल अब पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए रास्ते तलाश रहे हैं. वे दिल्ली में हारे हैं और उन्होंने पंजाब के विधायकों की बैठक बुलाई है. वे दिखाना चाहते हैं कि भगवंत मान फेल हो गए हैं, वहां भ्रष्टाचार है, वे वहां की बहनों को 1000 रुपये नहीं दे पा रहे हैं. यह सारा दोष भगवंत मान के सिर पर मढ़ा जाएगा और विधायकों से कहलवाया जाएगा कि यहां के हालात बहुत खराब हैं, आप पंजाब को बचाइए. यह ड्रामा करने की तैयारी है... सत्ता के नशे में एक व्यक्ति क्या-क्या कर सकता है, यह शीशमहल के जरिए लोगों को दिखाया जाना चाहिए."
'कभी भी गिर सकती है आप सरकार': बीजेपी
इस बैठक पर बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा, "दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल का घमंड चूर-चूर कर दिया है. अरविंद केजरीवाल रिमोट से पंजाब सरकार चला रहे थे, अब उन्हें अहसास हो गया है कि पंजाब के विधायकों में भगदड़ मची हुई है और मुख्यमंत्री आश्वस्त नहीं हैं, इसलिए विधायक यहां आ रहे हैं. निश्चित रूप से मौजूदा हालात में भगवंत मान का मुख्यमंत्री बने रहना और आम आदमी पार्टी की सरकार का बने रहना बहुत मुश्किल है."
बीजेपी सांसद संजय जयस्वाल ने कहा, "आम आदमी पार्टी पूरी तरह से अराजकतावादी पार्टी है, उन्होंने हर तरह से देश विरोधी तत्वों की मदद ली है. दिल्ली की तरह पंजाब में भी उनकी सत्ता न चली जाए, उसे रोकने की वे कोशिश कर रहे हैं. अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बेरोजगार हो गए हैं, इसीलिए पंजाब के विधायकों को बुलाकर वह दिखा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी पर अभी भी उनका नियंत्रण है."