- दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार सुबह 273 दर्ज हुआ जो खराब श्रेणी में है.
- दिल्ली के 9 इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच रहा जो वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को दर्शाता है.
- पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ का एक्यूआई 238 रहा जबकि जालंधर, खन्ना, लुधियाना और पटियाला येलो जोन में दर्ज किए गए.
दिवाली से ठीक पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रविवार सुबह 7 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 273 अंक दर्ज किया गया, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है. दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों जैसे इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, लाल किला और कनॉट प्लेस में भी हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर पर है. राजधानी दिल्ली के 9 इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी की ओर इशारा करता है.
बवाना (303), वजीरपुर (361), विवेक विहार (358), अशोक विहार (304), जहांगीरपुरी (314), नेहरू नगर (310), द्वारका (327), सीरी फोर्ट (317) और आरके पुरम (322) शामिल हैं. दिल्ली के अधिकांश अन्य इलाकों में एक्यूआई 200 से 300 के बीच रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहरों में भी स्थिति बेहतर नहीं है. फरीदाबाद में एक्यूआई 158, गाजियाबाद में 173, ग्रेटर नोएडा में 172 और नोएडा में 158 अंक दर्ज किया गया. दीवाली के दिन पटाखे के बाद हवा और जहरीली होने की आशंका है.
पंजाब और हरियाणा में भी बुरा हाल
पंजाब और हरियाणा के कई शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी लगातार बिगड़ता जा रहा है. शनिवार को पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 238 रहा. इसके अलावा पंजाब के 4 अन्य शहरों का AQI भी येलो जोन में दर्ज किया गया. जालंधर का 151, खन्ना का 114, लुधियाना का 114 और पटियाला का AQI 103 दर्ज किया गया. वहीं हरियाणा में 258 AQI के साथ गुरुग्राम सबसे प्रदूषित रहा. इसके अलावा बहादुरगढ़ का AQI 224, नारनौल का 218 और फतेहाबाद का AQI 216 रिकॉर्ड किया गया.
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है. 0-50 एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 तक एक्यूआई संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम प्रदूषण, 201 से 300 तक खराब, 301 से 400 तक बहुत खराब और 401 से 500 तक एक्यूआई को गंभीर माना जाता है.