दिल्ली की 80 साल की बुजुर्ग महिला से 14 लाख ठगने वाला आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने तकनीकी जांच के जरिए आरोपी का पता लगाया और 31 जुलाई 2025 को उसे राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें ठगी और जुए से जुड़े सबूत मिले.

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यह कार्रवाई डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के नेतृत्व में की गई.
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  • साइबर पुलिस ने राजस्थान से एक आरोपी दीपक कुमार सैनी को बुजुर्ग महिला से धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है.
  • आरोपी ने पीड़िता के मोबाइल में पेमेंट ऐप इंस्टॉल कर उनके बैंक खाते से 14 लाख 35 हजार रुपये ट्रांसफर किए.
  • आरोपी 2020 से पीड़िता के घर केयरटेकर के रूप में काम करता था और इस दौरान उसने मोबाइल फोन का दुरुपयोग किया.
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नई दिल्ली:

द्वारका जिला साइबर पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे खास अभियान के तहत राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने 80 साल की बुजुर्ग महिला को 14 लाख 35 हजार रुपये का चूना लगाया था. हैरानी की बात यह है कि जिस महिला को ठगा गया, उसी के घर में आरोपी पहले बतौर केयरटेकर देखभाल करने वाला काम कर चुका था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी दीपक कुमार सैनी जो राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला तहसील के गांव चोकड़ी का रहने वाला है, मार्च 2020 से पीड़िता के यहां काम करता था. इस दौरान उसे कई बार महिला के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का मौका मिला. इसी का फायदा उठाकर उसने उनके फोन में पेमेंट ऐप इंस्टॉल किए, ओटीपी हासिल किए और 30 जनवरी से 6 जून 2025 के बीच महिला के बैंक खाते से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए.

पीड़िता, रॉयल रेजिडेंसी, द्वारका में रहने वाली मंजूषा रानी गुप्ता ने 16 जुलाई 2025 को साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. जांच में पता चला कि आरोपी न सिर्फ ठगी करता था बल्कि ऑनलाइन जुआ रैकेट से भी जुड़ा हुआ था. वह ‘किंगस्टार', ‘रॉकस्टार' और ‘किंग लूडो बेटिंग' जैसे टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए सट्टेबाजी करता था.

पैसे ऑनलाइन जुए में गंवा

पुलिस ने तकनीकी जांच के जरिए आरोपी का पता लगाया और 31 जुलाई 2025 को उसे राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें ठगी और जुए से जुड़े सबूत मिले. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने ठगे हुए ज्यादातर पैसे ऑनलाइन जुए में गंवा दिए और बाकी रकम क्लबों और होटलों में खर्च कर दी.

यह कार्रवाई डीसीपी द्वारका अंकित सिंह के नेतृत्व में की गई. टीम ने पूरी संवेदनशीलता के साथ बुजुर्ग पीड़िता की मदद की और डिजिटल सबूत सुरक्षित किए. पुलिस अब आरोपी के जरिए बड़े ऑनलाइन जुआ नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है.

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