क्रिप्टो एक्सचेंज Zipmex के यूजर्स को हुए नुकसान की जांच करेगा थाईलैंड का रेगुलेटर

यह एक्सचेंज थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में बिजनेस करता है. इसने पिछले सप्ताह विड्रॉल पर रोक लगाई थी

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क्रिप्टो सेगमेंट की बहुत सी फर्में वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही हैं

पिछले कुछ महीनों से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का असर इस सेगमेंट की बहुत सी फर्मों पर पड़ा है. क्रिप्टो एक्सचेंज Zipmex ने यूजर्स की ओर से विड्रॉल पर रोक लगाई है. इससे यूजर्स को होने वाले नुकसान की थाईलैंड का सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) जांच कर रहा है. SEC ने बताया उसने Zipmex के यूजर्स से यह जानकारी देने को कहा है कि एक्सचेंज के इस फैसले से उन पर क्या असर पड़ा है.

Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, यह एक्सचेंज थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में बिजनेस करता है. इसने पिछले सप्ताह विड्रॉल पर रोक लगाई थी. हालांकि, एक इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट को छोड़कर यह रोक बाद मे हटा दी गई थी. एक्सचेंज ने बताया था कि उसने क्रिप्टो लेंडिंग फर्मों Babel Finance और Celsius Network को लगभग 5.3 करोड़ डॉलर का क्रेडिट दिया है. इन दोनों फर्मों को वित्तीय मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. Celsius Network ने इस महीने की शुरुआत में बैंकरप्सी फाइलिंग की थी. इसे लगभग 1.19 अरब डॉलर का घाटा हुआ है. लगभग दो महीने पहले TerraUSD और Luna में भारी गिरावट के कारण क्रिप्टो मार्केट में काफी बिकवाली हुई थी और फर्म के लेंडिंग बिजनेस पर बड़ी चोट पड़ी थी. इसके बाद फर्म ने नुकसान पर लगाम लगाने के लिए कस्टमर्स की ट्रांजैक्शंस बंद कर दी थी.  

Celsius Network के ट्रांजैक्शंस पर रोक लगाने के फैसले की टेक्सस स्टेट सिक्योरिटी बोर्ड सहित कुछ रेगुलेटर्स जांच कर रहे हैं. इस बारे में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी फर्म से जानकारी मांगी थी. अल्बामा सिक्योरिटीज कमीशन के डायरेक्टर Joseph Borg का कहना था, "मैं इससे चितित हूं कि रिटेल इनवेस्टर्स सहित फर्म के क्लाइंट्स को उनके एसेट्स को रिडीम करने की जरूरत हो सकती है लेकिन वे ऐसा कर सकते. इससे उनकी वित्तीय मुश्किलें बढ़ सकती हैं."

लेंडिंग फर्म  SCB X Pcl के क्रिप्टो एक्सचेंज Bitkub को एक्वायर करने के लिए ड्यू डिलिजेंस की अवधि बढ़ाने के बाद थाईलैंड में क्रिप्टो ट्रेडिंग की वॉल्यूम घट गई है. इस सेगमेंट में बहुत सी फर्मों के वित्तीय मुश्किलों का सामना करने के कारण इनवेस्टर्स को भी नुकसान हो रहा है. मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने पिछले वर्ष नवंबर में 69,000 डॉलर का हाई लेवल बनाया था. इसका प्राइस एक-तिहाई से भी कम रह गया है. 

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