Dogecoin की कीमत में उछाल आने का इंतजार कर रहे होल्डर्स या निवेशक अकसर इस टॉपिक पर सोशल मीडिया पर बहस करते रहते हैं. कुछ लोग सीधा DOGE के को-फाउंडर बिली मार्कस से ही सवाल कर बैठते हैं कि डॉजकॉइन की कीमत किस तरह बढ़ेगी. ऐसा ही सवालों और सुझावों से भरे एक ट्वीट थ्रेड में बिली मार्कस ने भी भाग लिया. थ्रेड में कॉइन को बर्न कर DOGE की कीमत को बढ़ाने के ऊपर चर्चा की गई है. बता दें, हाल ही में Shiba Inu प्रोजेक्ट ने भी एक बर्न पोर्टल लॉन्च किया था, जिसके जरिए हर दिन लाखों से करोड़ों टोकन को बर्न किया जा रहा है. डेवलपर्स को उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा टोकन बर्न करने से लंबे समय में SHIB टोकन की कीमत में उछाल देखने को मिल सकता है.
@RepeatAfterVee ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट समाने आया है, जिसमें हैंडल का कहना है कि Dogecoin टोकन को बर्न कर उसकी कीमत को मून तक पहुंचाया जा सकता है. ट्वीट में लिखा है, "मैं डीएम में एक आदमी से इकॉनमी के बारे में बात कर रहा था कि तभी मुझे कोई सुझाव आया. मेरे पास एक प्रस्ताव है. यह अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता आर. थेलर के शोध पर आधारित है. आइए डॉजकॉइन जलाएं और मून पर जाएं!"
Vee के इस ट्वीट पर Billy Markus (ट्विटर पर Shibetoshi Nakamoto) को टैग करते लिखा, "मुझे लगता है कि इस बारे में अतीत में कई बार बात की गई है, @BillyM2k से पूछा जाना चाहिए कि उन्होंने क्या तय किया है?"
इसके जवाब में मार्कस सभी को अपने सारे कॉइन्स को बर्न करने का सुझाव देते हैं. इसके बाद उनसे पूछा जाता है कि 'ठीक है, उसके बाद क्या होगा?' जिसके जवाब में मार्कस लिखते हैं 'moon'
बेशक, उन्होंने इसे मजाक में कहा, क्योंकि Dogecoin के सह-संस्थापक को उनके तंज भरी टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. ऐसा लगता है कि बिली मार्कस ने एक बार फिर DOGE सेना को स्पष्ट कर दिया है कि डॉजकॉइन SHIB के उदाहरण का पालन नहीं करेगा, और प्रोजेक्ट टीम द्वारा किसी भी बर्निंग मैकेनिज्म पर विचार नहीं किया जाएगा.
Gadgets 360 क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, खबर लिखते समय तक Dogecoin की भारत में कीमत 5.60 रुपये थी.