Shiba Inu को एक बार फिर बड़ी मात्रा में बर्न किया गया है. शीबा इनु बर्निंग पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म ने जानकारी दी है कि बीते शुक्रवार और शनिवार के बीच कई ट्रांजेक्शन के जरिए 14 करोड़ SHIB टोकन को डेड वॉलेट में भेजा गया है. डेड वॉलेट ऐसे वॉलेट होते हैं, जो उपयोग में नहीं होते हैं, और न ही इनमें मौजूद टोकन को किसी अन्य वॉलेट में भेजा जा सकता है और न ही निकाला जा सकता है. इन वॉलेट्स में भेजे जाने के बाद टोकन सर्कुलेशन से बाहर हो जाते हैं और टोकनों की कुल सप्लाई कम हो जाती है. यह पहली बड़ी बर्निंग है, इससे पहले भी करोड़ों SHIB टोकन्स को प्रोजेक्ट द्वारा हाल में लॉन्च किए गए नए बर्निंग पोर्टल द्वारा बर्न किया जाता रहा है.
Shibburn ने शनिवार, 16 जुलाई को एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि 24 घंटों के अंदर कुल 25 ट्रांजेक्शन के जरिए 140 मिलियन (14 करोड़) से ज्यादा SHIB टोकन को डेड वॉलेट में ट्रांस्फर किया गया था. सटीक संख्या की बात करें, तो इन ट्रांजेक्शन के जरिए 140,223,703 मीम कॉइन को बर्न किया गया है और कुल सर्कुलेशन से बाहर कर दिया गया है.
जैसा कि हमने बताया, Shiba Inu टीम ने हाल ही में नया बर्निंग पोर्टल लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा टोकन को बर्न कर सर्कुलेशन से बाहर करना था. प्रोजेक्ट टोकन बर्न करने पर रिवॉर्ड भी दे रहा है. निश्चित तौर पर, बड़ी संख्या में टोकन बर्न करवाने का इरादा SHIB की कीमत को लंबे समय के अंतराल में बढ़ाना है.
Shibburn की वेबसाइट के अनुसार, खबर लिखते समय तक, कुल 410,373,759,584,302 SHIB टोकन्स को बर्न किया जा चुका था. फिलहाल करीब 557,956,601,501,854 SHIB सर्कुलेशन में हैं. प्लेटफॉर्म के अनुसार, 16 जुलाई को 14 करोड़ से ज्यादा टोकन के बर्न होने के बाद, बर्न रेट 137% पर पहुंच गया था. हालांकि वर्तमान में बर्न रेट 92% पर है. प्रोजेक्ट और निवेशकों का कीमत को बढ़ाने का यह जतन भी सफल होता नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि Shina Inu की कीमत में ज्यादा बढ़ोतरी दिखाई नहीं दे रही है.
Gadgets 360 क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, खबर लिखते समय तक, SHIB की भारत में कीमत 0.000907 रुपये थी.