अशोक गहलोत और टॉप पुलिस अफसर को लिखी थी चिट्ठी, लेकिन नहीं मिली सुरक्षा: करणी सेना प्रमुख की पत्नी

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी ने यह भी दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने फरवरी में राजस्थान के पुलिस महानिदेशक को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख की हत्या की साजिश के बारे में लिखा था.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
गोगामेड़ी की पत्नी ने एफआईआऱ में आरोप लगाए हैं.
जयपुर:

जयपुर में राजपूत करणी सेना प्रमुख की उनके घर में गोली मारकर हत्या करने के बाद उनकी पत्नी ने आरोप लगाया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्य पुलिस प्रमुख को कई बार चिट्ठी लिखने और उनकी जान को खतरे की आशंका जताने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि यह धमकी उनके द्वारा "राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे सामाजिक कार्यों" का नतीजा थी.

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद दर्ज की गई एफआईआर में उनकी पत्नी शीला शेखावत ने यह भी दावा किया है कि पंजाब पुलिस ने फरवरी में राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा को करणी सेना प्रमुख की हत्या की साजिश के बारे में लिखा था. इसी तरह का इनपुट जयपुर एंटी टेरर स्क्वाड ने भी दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उमेश मिश्रा ने इनपुट मिलने के बाद भी गोगामेड़ी को सुरक्षा नहीं दी.

शीला शेखवात ने कहा कि उन्होंने अपने पति की हत्या में कनाडा में छुपे "अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी" रोहित गोदारा के साथ-साथ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की संलिप्तता के बारे में पढ़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या में कई "विदेशी आतंकवादी" शामिल थे और गोगामेड़ी ने कई बार उनसे खतरे की बात कही थी.

इस हत्या में शामिल जो दो शूटर फरार हैं उनकी पहचान रोहित राठौड़ और नितिन फौजी के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि हो सकता है कि वे भाड़े के हत्यारे हों. उनकी गिरफ्तारी मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण होगी.

गोगामेड़ी का नाम कई आपराधिक मामलों में भी शामिल था. पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या उनकी हत्या किसी अंतर-गिरोह प्रतिद्वंद्विता का नतीजा थी.

पुलिस ने शूटरों को ढूंढने के लिए कई टीमों का गठन किया है और उनकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली कोई भी जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. पुलिस महानिदेशक ने एक विशेष जांच दल का भी गठन किया है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Uttarakhand, Himachal और Jammu Kashmir में बादल फटने की घटनाएं क्यों बार-बार हो रही है?
Topics mentioned in this article