वाराणसी के बीएचयू स्थित एक केंद्रीय विद्यालय के कक्षा 9वीं के छात्र ने पिछले दिनों आत्महत्या कर ली थी. छात्र के परिवार वालों का आरोप है कि उनका बेटा स्कूल मोबाइल लेकर गया था. जिसपर टीचर ने डांट लगाई थी. इतना ही नहीं उसे 7 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. जिसकी वजह से वह डर गया था और उसने घर में आत्महत्या कर ली. वहीं अब अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए परिवारवालों ने सुबह स्कूल के गेट पर धरना दिया. इनकी मांग है कि प्रिंसिपल और वाईस प्रिंसिपल को सस्पेंड किया जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई हो. हालांकि पुलिस के समझाने के बाद इन्होंने धरना खत्म कर दिया.
क्या है पूरा मामला
ये पूरा मामला 28 तारीख का है. 14 साल का मयंक उस दिन अपने साथ मोबाइल लेकर के स्कूल आ गया था. मोबाइल की वजह से उसे स्कूल में डांट पड़ी. साथ ही उसके माता-पिता को बुलाकर स्कूल प्रशासन ने चेतावनी दी और उसे 7 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया. स्कूल की इस कार्रवाई पर उसके माता पिता ने माफी मांगी लेकिन स्कूल ने अपना दंड कम नहीं किया. मयंक के पिता सन्तोष यादव ने कहा कि मैं ड्यूटी कर रहा था. अचानक मैडम का फोन आया और स्कूल बुलाया गया. उन्होंने कहा कि बच्चों को यही सिखाए है कि मैडम का वीडियो बनाएं. मैंने कहा मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता है. मैंने कहा ठीक है माफ कर दीजिए. लेकिन दूसरे दिन उन्होंने मेरे पत्नी को बुलाया. पत्नी को भेजा तो उन्हें भी जलील किया गया.
जिस तरीके से मां और पिता को स्कूल में डाटा गया था. उस कारण से मयंक गहरे सदमे में चला गया था. उसे लग रहा था कि स्कूल जाने पर सभी बच्चे उसका मजाक उड़ाएंगे. हालांकि पुलिस कह रही है कि वह टेस्ट को और पीटीएम को लेकर भी परेशान था. सभी बिंदुओं पर स्कूल और पुलिस की तरफ से जांच की जा रही है . डीसीपी काशी जोन वाराणसी ने कहा कि बच्चे के द्वारा आत्महत्या की गई है. आत्महत्या किन कारणों से की गई है. इस संबंध में भी जांच की जा रही है.
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