'सुलझ गई ट्रिपल मर्डर की मिस्ट्री', बेटे ने ही किया था पिता, मां और बहन का मर्डर; पढ़ें खौफनाक बातें

4 दिसंबर को मां-पिता की शादी की 27वीं सालगिरह थी. इसकी तैयारियां चल रही थीं, लेकिन बेटे ने इसे मौत की तारीख में बदल डाला.

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नई दिल्ली:

इस बात की कल्पना करना मुश्किल है कि कोई शख़्स अपने मां-पिता और बहन की एक साथ हत्या कर दे और घूमने निकल जाए. लेकिन दिल्ली के नेब सराय में यही हुआ. हत्या के पीछे जायदाद का लालच और पिता का बरताव बताया जा रहा है. मामला ये हुआ कि दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय इलाके का है. पुलिस के अनुसार, युवक पर अपने पिता, माता और बहन का मर्डर करने का आरोप है.

आरोपी अर्जुन 20 साल का है, फिलहाल डीयू में पढ़ता है और राज्य स्तरीय मुक्केबाज़ भी है. हालांकि, दुनिया अब उसे एक कातिल के तौर पर जानेगी. पुलिस ने बुधवार को अर्जुन तंवर (20) को माता-पिता और बहन की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था. भूतपूर्व सैनिक राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) और उनकी बेटी कविता (23) बुधवार सुबह देवली गांव स्थित अपने घर में मृत मिले थे.
 

4 दिसंबर को मां-पिता की शादी की 27वीं सालगिरह थी. इसकी तैयारियां चल रही थीं, लेकिन बेटे ने इसे मौत की तारीख में बदल डाला.

क्यों की हत्या?

दिल्ली में दिल दहला देने वाली ट्रिपल मर्डर की घटना बुधवार की सुबह सामने आयी थी. इस मामले की गुथ्थी को दिल्ली पुलिस ने महज़ 10 घंटे में ही सुलझा दिया. और सामने ये आया की जायदाद की लालच और सौतेला व्यवहार के कारण घर के ही चिराग ने अपने पुरे परिवार को मौत की घाट उतारा और कड़ी पूछताछ होने पर उसने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया.

बहन को मिलता था ज्यादा प्यार

पुलिस के अनुसार, तंवर के अपने माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे और वह इस बात से क्षुब्ध था कि उसके माता-पिता उसकी बहन को उससे अधिक पसंद करते थे. पुलिस ने बुधवार देर रात संजय वन से तंवर की खून से सनी ‘स्वेटशर्ट' और माता-पिता तथा बहन की हत्या में इस्तमाल किया गया सैन्य चाकू बरामद कर लिया.

ऐसे की हत्या

पूछताछ के दौरान तंवर ने पुलिस को बताया कि उसने सबसे पहले अपनी बहन की गला रेतकर उस समय हत्या कर दी जब वह सोई हुई थी. पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसने ऊपर की मंजिल पर जाकर अपने पिता की गर्दन पर चाकू से वार किया और शौचालय में मौजूद अपनी मां का गला भी रेत दिया.

जुर्म कबूल किया

पुलिस के अनुसार, इसके बाद तंवर खून से सने अपने कपड़ों को जिम बैग में डालकर संजय वन पहुंचा, जहां उसने अपराध में इस्तेमाल किए गए चाकू के साथ उन कपड़ों को भी फेंक दिया. अधिकारियों ने बताया कि वहां से लौटने के बाद उसने शौचालय और घर के अन्य सामान पर लगे खून को साफ करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि इसके बाद तंवर ने पुलिस को झूठा बयान देते हुए दावा किया कि जब परिवार के सदस्यों की हत्या हुई तब वह जिम में था.

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आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में राजनीति विज्ञान का छात्र था. वह एक प्रशिक्षित मुक्केबाज भी है. उसने राज्यस्तरीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक जीता था. उसने पूर्व में दिल्ली के धौला कुआं स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की थी.

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