ग्रेटर नोएडा में अवैध रूप से नाइजीरियाई नागरिकों द्वारा संचालित मादक पदार्थ फैक्टरी के खुलासे के बाद गिरफ्तार आरोपियों के आतंकी संपर्क की जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नौ आरोपियों में से चार को रिमांड पर लेकर पुलिस दो दिन से गहनता से पूछताछ कर रही है.
आतंकी संपर्क की जांच के मद्देनजर बुधवार को खुफिया ब्यूरो (IB), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) और आतंकवाद रोधी दस्ता (ATS) की टीम ग्रेटर नोएडा पहुंची और रिमांड पर लिए गए चारों आरोपियों से पूछताछ की.
आशंका है कि करोड़ो रुपये का मादक पदार्थ आतंकियों को भेजा जाता था. हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
पुलिस आयुक्त के प्रवक्ता ने बताया कि रिमांड पर लाए गए चारों आरोपी इमैनुएल, जॉन कोफी, डेनियल अजूह और अजोकू उबाका से बुधवार को भी पूछताछ की गई. चारों ने दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के अलावा मुंबई, गोवा सहित, विदेश में नशीले पदार्थ की आपूर्ति की बात स्वीकार की है.
ग्रेटर नोएडा के तीन मंजिला मकान में संचालित मादक पदार्थ फैक्टरी का पुलिस ने 16 मई को भंडाफोड़ किया था. मौके से अफ्रीकी मूल के नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. सभी अफ्रीकी मूल के हैं और नाइजीरिया के रहने वाले हैं.
आरोपियों के कब्जे से 300 करोड़ रुपये मूल्य का 46 किलोग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया गया था. उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहली बार मादक पदार्थ की इतनी बड़ी खेप पकड़ी थी.