श्रद्धा वॉकर हत्याकांड में एनडीटीवी ने पड़ताल की तो आफताब को फ्रिज बेचने वाले दुकान के कर्मचारी ने कबूल किया कि आफताब ने उसी के यहां से फ्रिज खरीदा था. इसी फ्रिज में श्रद्धा की हत्या के बाद उसका शव रखा गया था. बाद में उसके शव के टुकड़े कर भी आफताब ने इसी फ्रिज में रखे थे.
छतरपुर में फ्रिज बेचने वाले दुकान के कर्मचारी कुलदीप ने बताया, "आफताब ने 19 मई को फ्रिज लिया था. उसने एलजी का बड़ा वाला फ्रिज खरीदा था. उसे देखकर यह बिल्कुल नहीं लग रहा था कि उसने मर्डर किया है. उसने पेमेंट क्रेडिट कार्ड से किया. वो रिक्शा लेकर आया और फ्रिज लेकर चला गया. वो मुश्किल से 15-20 मिनट रुका."
वहीं पुलिस के अनुसार, "जिस जगह से आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के लिए हथियार खरीदा था, वहां भी एनडीटीवी की टीम पहुंची. छतरपुर में बर्तन की दुकान के मालिक संदीप सचदेवा ने बताया, पुलिस आफताब को लेकर मेरी दुकान में आई थी. आफताब ने पुलिस को बताया है कि उसने मेरी दुकान से कोई चाकू लिया था. उस वक्त मैं दुकान पर नहीं था. मेरे पिता और एक कर्मचारी था. कर्मचारी 2 महीने पहले नौकरी छोड़ गया है. पापा को भी ज्यादा कुछ याद नहीं है. उस वक्त का सीसीटीवी भी अब नहीं है. आफताब ने बताया कि उसने चाकू के साथ गारवेज बैग्स भी मेरी दुकान से लिए थे. आफताब ये भी कह रहा था कि चाकू लेते वक्त चाकू उसके हाथ में लग गया था, इसलिए उसने बगल वाले अस्पताल में पट्टी भी कराई."
दिल्ली पुलिस इस मामले में लगातार खुलासे कर रही है. आज ही आफताब को लेकर महरौली के जंगल में पुलिस ने शव काटने वाले हथियार और शव के टुकड़ों की तीन घंटे तक तलाशी की. इसके साथ ही मामले के हर पहलू को दिल्ली पुलिस खंगाल रही है.
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