मिजोरम के लुंगलेई जिले में एक स्कूल शिक्षिका को छह साल की एक बच्ची की स्कूल पोशाक उतारने के बाद उसे घर भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि बाल संरक्षण इकाई की शिकायत के बाद आरोपी शिक्षिका लालबियाकेंगी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
स्कूल शिक्षा विभाग ने दक्षिण मिजोरम के लुंगलेई जिले के थांगपुई गांव के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. राज्य के शीर्ष छात्र निकाय मिजो जिरलाई पावल (एमजेडपी) ने आरोपी को बर्खास्त करने की मांग की.
यह घटना 25 अगस्त को थांगपुई गांव में स्थित एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में हुई. बच्ची की मां नैंसी लालनुनसंगी ने बताया कि पहली कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी के साथ 22 अगस्त को स्कूल में एक लड़के ने मारपीट की थी.
नैंसी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘मेरी बेटी की उसके सहपाठी ने जमकर पिटाई की, जिसके बाद उसने खून की उल्टी की और उसके पेट में दर्द हुआ. मेरी बेटी स्कूल यूनिफॉर्म को लेकर इतनी उत्साहित थी कि वह कल फिर से स्कूल गई और उसी लड़के ने दोबारा उसे पीटा.'' बेटी की दोबारा पिटाई से नाराज नैंसी स्कूल गई और उन्होंने उस लड़के को डांट लगाई.
नैंसी ने कहा कि इसके बाद स्कूल शिक्षिका ने उन्हें फोन कर इस बात के लिए फटकार लगाई कि स्कूल नियमों का उल्लंघन करते हुए वह स्कूल में गईं और बच्चे को डांटा. उन्होंने कहा कि शिक्षिका ने एक व्हाट्सएप समूह में उनकी शिकायत भी की.
नैंसी ने कहा, ‘‘मैं इतनी क्रोधित और निराश थी कि मैं 25 अगस्त को दोबारा स्कूल में गई. शिक्षिका ने हस्तक्षेप किया और मुझसे कहा कि अगर मैं अपने बच्चे को घर ले जाऊंगी तो मुझे उसका यूनिफॉर्म वहीं छोड़ देना होगा, क्योंकि एक और छात्र है, जिसे इसकी जरूरत है. इसके बाद शिक्षिका ने सहपाठियों के सामने ही मेरी बेटी की यूनिफॉर्म उतार दी और उसे अंडरवियर में घर भेज दिया.''
इस बीच, मिजोरम के स्कूली शिक्षा मंत्री लालछंदामा ने कहा कि शिक्षिका को घटना के एक दिन बाद कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष शिक्षिका सोमवार को उपस्थित होंगी.