- कर्नाटक में बागलकोट के एक बोर्डिंग स्कूल में मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चे पर अमानवीय जुल्म किया गया
- आरोपी अक्षय इंदुलकर ने बच्चे को पाइप से बेतहाशा पीटा. उसकी पत्नी आनंदी ने बच्चे की आंखों में मिर्च डाल दी
- वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है. घटना 3 महीने पुरानी बताई है
कर्नाटक के बागलकोट जिले के नवनगर से रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है. यहां दिव्यांग बच्चों के लिए चलाए जा रहे एक बोर्डिंग स्कूल में मानसिक रूप से दिव्यांग लड़के के साथ बर्बरता की हदें पार कर दी गईं. इस अमानवीय व्यवहार और क्रूरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इस घटना ने विशेष बच्चों की सुरक्षा और देखभाल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बेल्ट-पाइप से बच्चे पर ढाया कहर
मामला नवनगर स्थित दिव्यज्योति स्कूल फॉर डिफरेंटली एबल्ड चिल्ड्रन का है. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि स्कूल चलाने वाले पति-पत्नी और उनके स्टाफ मिलकर किस तरह मासूम बच्चे पर कहर ढा रहे हैं. आरोपी अक्षय इंदुलकर लड़के को बेल्ट और प्लास्टिक के पाइप से बेतहाशा पीटते नजर आ रहे हैं.
बच्चा तड़पता रहा, आंखों में झोंकी लाल मिर्च
लड़का दर्द से तड़पते हुए जमीन पर गिर जाता है, लेकिन उस पर जुल्म नहीं रुकते. अक्षय की पत्नी आनंदी भी इस काम में उसका साथ देती है और पिटाई के दौरान लड़के की आंखों में लाल मिर्च का पाउडर डाल देती है. चौंकाने वाली बात यह भी है कि जो व्यक्ति इस पूरी घटना का वीडियो बना रहा था, उसकी हंसने की आवाजें भी रिकॉर्ड हुई हैं.
वीडियो लीक होने से हुआ खुलासा
इस जघन्य अपराध का खुलासा तब हुआ, जब वहां काम करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने इस वीडियो को लीक कर दिया. वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया. उसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया. वीडियो वायरल होने के बाद पीड़ित किशोर के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ा
घटना के बारे में बागलकोट के पुलिस अधीक्षक (SP) सिद्धार्थ गोयल ने बताया कि यह घटना लगभग तीन महीने पुरानी है. ये वीडियो वहां काम करने वाले एक कर्मचारी ने बनाया था, जिसे नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद उसने हिम्मत जुटाकर पीड़ित के माता-पिता को पूरी सच्चाई बताई और वीडियो दिखाया.
लाइसेंस-दस्तावेजों की भी जांच
एसपी ने पुष्टि की कि पीड़ित के माता-पिता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए बोर्डिंग स्कूल चलाने वाले आरोपी पति-पत्नी अक्षय इंदुलकर और आनंदी को हिरासत में ले लिया गया है और दो अन्य केयरटेकर्स से भी पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा प्रशासन इस एनजीओ के लाइसेंस और अन्य कानूनी दस्तावेजों की भी जांच कर रहा है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि संस्थान नियमों के अनुरूप चल रहा था या नहीं.














