Karnataka Ex DGP Murder Case: कर्नाटक के पूर्व DGP ओम प्रकाश की हत्या की सनसनीखेज खबर बेंगलुरु से सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार पूर्व डीजीपी की खून से लथपथ लाश उनके घर से बरामद हुई है. पुलिस की शुरुआती जांच में हत्या का शक पत्नी पर जताया गया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है. डीजीपी की हत्या की जानकारी सामने आने के बाद शुरुआती दो घंटे की जांच में पुलिस ने बताया कि वारदात के समय डीजीपी के घर पर तीन लोग मौजूद थे. जिसमें एक उनकी पत्नी, बेटी और एक और तीसरा शख्स वहां मौजूद था. इन तीनों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस पत्नी को हत्या की मुख्य आरोपी मानकर जांच को आगे बढ़ा रही है. बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर विकास कुमार ने उक्त जानकारी दी.
बेंगलुरु के एडिशनल सीपी विकास कुमार ने बताया, "आज दोपहर करीब 4-4:30 बजे हमें हमारे पूर्व डीजीपी और आईजीपी ओम प्रकाश की मौत की सूचना मिली. उनके बेटे से संपर्क किया गया है और वह घटना के खिलाफ शिकायत दे रहा है, और उसके आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि मामला दर्ज होने के बाद विस्तृत जांच की जाएगी... फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. शुरुआती जांच से पता चलता है कि मामला आंतरिक हो सकता है... ऐसा लगता है कि किसी धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इतना खून बह गया कि मौत हो गई.
धारदार हथियार से पेट और सीने पर ताबड़तोड़ वार
पुलिस ने यह भी बताया कि डीजीपी के पेट पर सीने पर धारदार हथियार से कई हमले किए गए थे. वारदात के बाद डीजीपी के घर में मौजूद किसी भी शख्स ने पुलिस को सूचना नहीं थी. किसी पड़ोसी ने पुलिस को फोन किया. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी.
1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे ओम प्रकाश
सामने आई जानकारी के अनुसार कर्नाटक के पूर्व DGP ओम प्रकाश बेंगलुरु के HSR लेआउट में अपने घर में खून से लथपथ मृत पाए गए. वह 1981 बैच के IPS अधिकारी थे. उनकी लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस को संदेह है कि सेवानिवृत्त अधिकारी की पत्नी ने उनकी हत्या की है. फिलहाल सभी एंगल से मामले की जांच की जा रही है.
बिहार के चंपारण के रहने वाले थे IPS ऑफिसर ओम प्रकाश
पुलिस ने बताया कि कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश के शव पर चोट के निशान हैं, जिससे संदेह है कि उनकी हत्या की गई होगी. साल 1981 बैच के 68 वर्षीय आईपीएस अधिकारी बिहार के चंपारण के मूल निवासी थे और उन्होंने भूविज्ञान में एमएससी की डिग्री हासिल की थी.
2015 में महानिदेशक किए गए नियुक्त
उन्हें एक मार्च, 2015 को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था. सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस को परिवार के किसी करीबी सदस्य के इसमें शामिल होने का संदेह है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच जारी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व डीजीपी की अपनी पत्नी के साथ बीते कुछ समय से कुछ विवाद चल रहा था. रिपोर्ट की माने तो पैसों को लेकर भी दोनों में अनबन थी. दोनों का एक बेटा और एक बेटी है. फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है.
(बेंगलुरु से दीपक बोपन्ना की रिपोर्ट)