दिल्ली पुलिस ने पासपोर्ट के नाम पर धोखाधड़ी के बड़े मामले का खुलासा किया है. पासपोर्ट बनाने के नाम पर जालसाजों ने पूरे देश में फर्जी वेबसाइट का नेटवर्क फैला रखा था. मध्य दिल्ली के डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक इस मामले में मोहम्मद सोहैब की शिकायत पर दरियागंज थाने में मामला दर्ज किया गया था. आरोप था कि https://onlinepassportseva.org के डोमेन द्वारा एक फर्जी वेबसाइट नया पासपोर्ट आवेदन करने के लिए बनाई गई है.
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सोहैब निवासी दरियागंज दिल्ली ने आरोप लगाया कि किसी ने www.passportindia.org के बजाय https://onlinepassportseva.org के फर्जी वेबसाइट लिंक का उपयोग कर उन्हें धोखा दिया. उसने सरकारी दिखने वाली इस वेबसाइट के जरिये पासपोर्ट के लिए आवेदन किया और 2999/-रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया.
ये साइट पासपोर्ट विभाग की नहीं थी. इसे कुछ साइबर ठगों द्वारा बनाया गया था. जांच के दौरान, मनी ट्रेल के साथ-साथ वेबसाइट का रजिस्ट्रेशन डिटेल लिया गया. बीती 31 जुलाई को तकनीकी इनपुट के साथ-साथ गाजियाबाद में किए गए स्थानीय सत्यापन के आधार पर, वास्तविक अपराधी की पहचान आलोक कुमार निवासी गाजियाबाद के रूप में की गई थी. उसे गाजियाबाद यूपी से गिरफ्तार किया गया. मामले में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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आरोपियों ने इस फर्जी वेबसाइट के माध्यम से 20,000 से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन करवाया. लोगों से ऑनलाइन पैसा ऐंठा ,वे Google विज्ञापनों के लिए भारी पैसे देकर अपनी साइट को टॉप सर्च में रखवाते थे. आरोपी आलोक शुक्ला ने खुलासा किया कि पैन कार्ड की इसी तरह की वेबसाइट 'panindia.com' के नाम से एक विशाल भाई जंबुकिया जो कि भावनगर, गुजरात का रहने वाला है उसके द्वारा चलाई जा रही है. वो गिरफ्तार आरोपी का पार्टनर था और https://onlinepassportseva.org की फर्जी वेबसाइट उसने ही बनवाई है. पुलिस ने विशाल भाई जंबुकिया को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने मामले में आरोपी अनुज कुमार निवासी करावल नगर एवं अंकुर गुप्ता निवासी मौजपुर दिल्ली को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के पास से 10 मोबाइल फोन, 20 चेक बुक, कुछ नोटपैड और 25 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं.