डीआरआई और भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के अधिकारियों ने लक्षद्वीप द्वीपसमूह के अपतटीय इलाके में समुद्र के बीच में एक मादक द्रव्य तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ कर 1,526 करोड़ रुपये मूल्य की 218 किलोग्राम हेरोइन जब्त की. वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. ‘ऑपरेशन खोजबीन' नाम के 7 मई को शुरू किए गए एक संयुक्त अभियान में आईसीजी और डीआरआई के अधिकारियों ने 18 मई को लक्षद्वीप द्वीपसमूह के अपतटीय क्षेत्र में दो संदिग्ध नौकाओं को रोका.
पूछताछ करने पर, चालक दल के कुछ सदस्यों ने स्वीकार किया कि उन्हें गहरे समुद्र में भारी मात्रा में हेरोइन की खेप मिली थी और उन्होंने इसे दोनों नावों में छुपाया था. दोनों नौकाओं को आगे की कार्यवाही के लिए कोच्चि ले जाया गया. मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “कोच्चि में तटरक्षक जिला मुख्यालय में दोनों नावों की गहन तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप हेरोइन के एक किलोग्राम के 218 पैकेट बरामद हुए.
जब्त किया गया मादक द्रव्य उच्च श्रेणी की हेरोइन प्रतीत होती है अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब 1,526 करोड़ रुपये है.” यह बीते कुछ महीनों में राजस्व आसूचना निदेशालय द्वारा जब्त की गई चौथी बड़ी खेप है.
डीआरआई द्वारा पिछले एक महीने में यह चौथी बार ड्रग्स का भंडाफोड़ किया गया है. अप्रैल 2021 से अब तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 26,000 करोड़ रुपये मूल्य की 3,800 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्त की गयी है. बताते चलें कि इस बीच, भारतीय तटरक्षक बल ने पिछले 3 वर्षों में विभिन्न अभियानों में लगभग 6,200 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 3 टन नशीले पदार्थ बरामद किए हैं, जिससे अब तक कुल नशीली दवाओं की बरामदगी 12,206 करोड़ रुपये हो गई है. (भाषा इनपुट के साथ)
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