Grindr ऐप पर की दोस्ती और फिर... गुरुग्राम की ये सच्ची कहानी कर देगी हैरान

कम उम्र के युवाओं का Grindr App से जुड़ाव देखा जा रहा है. मगर यही बात अपराधियों को भी पता है. वो युवाओं को बातों में फंसाकर खतरनाक वारदात तक कर रहे हैं. गुरुग्राम में ऐसे ही एक केस का खुलासा हुआ.

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  • गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क में 6 दिसंबर को 20 वर्षीय युवक के अपहरण की शिकायत मिलने पर मामला दर्ज किया गया था
  • आरोपियों ने सोशल मीडिया ऐप Grindr के जरिए युवक से संपर्क कर उसे जबरन स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर अपहरण किया
  • अपहृत युवक को नशीला इंजेक्शन देकर परिवार से कुल सैंतीस हजार रुपये की फिरौती मांगी गई
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गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क में 6 दिसंबर 2025 को तड़के करीब 4:30 बजे एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत दी कि उनका 20 वर्षीय घर नहीं लौटा. शिकायत के आधार पर गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया. जांच के दौरान पता चला कि मामला अपहरण और फिरौती से जुड़ा हुआ है. पुलिस ने 7 दिसंबर को कुरुक्षेत्र के उमरी चौक से इस घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया तो वो भी चौंक गई.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अजय (21 वर्ष, आईटीआई), दीपेश उर्फ दीपू (18 वर्ष, आईटीआई), आशीष उर्फ गोलू (18 वर्ष, बीए प्रथम वर्ष) निवासी गांव पिचोपा कलां, जिला चरखी दादरी तथा अनिल (33 वर्ष, 12वीं पास) निवासी गांव गदराई, जिला चरखी दादरी के रूप में हुई.

Grindr App कनेक्शन

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया. पीड़ित के बयान में सामने आया कि 10 दिन उसकी पहचान आरोपियों से एक सोशल मीडिया ऐप Grindr के माध्यम से हुई थी. 6 दिसंबर को उसे द्वारका एक्सप्रेसवे के पास गोलचक्कर से जबरन गाड़ी में बैठाकर उसका अपहरण किया गया और उसे नशीला इंजेक्शन देकर परिवार से फिरौती मांगी गई. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि घटना के दिन आरोपियों ने किराए की स्कॉर्पियो गाड़ी में युवक को बैठाया. उसे हरिद्वार ले जाने की योजना थी. इस दौरान नशीले इंजेक्शन देकर व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से परिजनों से फिरौती मांगी. आरोपियों ने कुल 37 हजार रुपये की फिरौती वसूली, जिसमें 21 हजार रुपये मनप्रीत के बैंक खाते में, 6 हजार रुपये एक अन्य खाते में और 10 हजार रुपये पीड़ित के फोन के जरिए ट्रांसफर करवाए गए.

क्यों किया ऐसा

जांच में यह भी सामने आया कि जिस मनप्रीत के खाते में 21 हजार रुपये डलवाए गए थे, उसी मनप्रीत का आरोपी पहले अपहरण कर चुके थे. उसे करनाल के असंध से अगवा किया गया था. बाद में मनप्रीत को भी कुरुक्षेत्र के थाना थानेसर सदर पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस के मुताबिक आरोपी नशे के आदी थे और नशे की जरूरत पूरी करने के लिए उन्होंने अपहरण और फिरौती की इस वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल की गई काली स्कॉर्पियो गाड़ी और 11 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.

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