परिवार तक पहुंची गैंगवॉर की आंच, गैंगस्टर भगवानपुरिया की मां की हत्या; जानिए पूरी क्राइम कुंडली

जग्गू भगवानपुरिया वसूली, ड्रग तस्करी और हथियारों के अवैध कारोबार के दलदल में उतर गया. पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, जग्गू पर हत्या, फिरौती, और गैरकानूनी हथियार रखने जैसे 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उसका गैंग, भगवानपुरिया गैंग, पंजाब में वसूली का दूसरा नाम है.

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  • गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की गोली मारकर हत्या
  • क्राइम की दुनिया का जाना-पहचाना नाम है भगवानपुरिया
  • जग्गू भगवानपुरिया लॉरेंस बिश्नोई गैंग का भी करीबी रह चुका है
  • हत्या की जिम्मेदारी बंबीहा गैंग ने ली है, जो गैंगवार को बढ़ा सकती है
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चंडीगढ़:

पंजाब की मिट्टी... जहां के खेतों में गेहूं की बालियां लहराती है और हवा में सरसों के फूल की तेज महक होती है. वो धरती अब गैंगस्टर्स की गोलियों से थर्राई हुई है. गुरदासपुर की तंग गलियों से क्राइम की दुनिया का सरताज बनने वाले जग्गू भगवानपुरिया को अब कौन नहीं जानता, जिसे पंजाब का "वसूली किंग" का तमगा भी मिला है. लेकिन 27 जून 2025 को एक ऐसी वारदात हुई, जिसने अपराध की इस काली दुनिया को वो सच भी सामने ला दिया, जिस जानते हुए भी लोग अंजान बने रहते हैं. जग्गू की मां, हरजीत कौर, की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जाहिर सी बात है ये महज एक हत्या नहीं थी; यह हत्या जग्गू भगवानपुरिया से रंजिश का सबब भी हो सकती है. जब अपराध की आग इतनी भड़क जाए कि मां भी उसकी चपेट में आ जाए, तो समझ लो कि जंग अब सिर्फ़ गैंगस्टरों तक नहीं, उनके घरों तक पहुंच चुकी है.

क्या हुआ घटना वाले दिन?

ये घटना बटाला के कादिया रोड की है, जहां दोपहर में कार सवार हरजीत कौर और करनवीर जा रहे थे, तभी बाइक पर आए हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मौके पर ही करनवीर की मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल हरजीत कौर को अमृतसर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. पुलिस के मुताबिक, करनवीर के पिता एएसआई हैं और हरजीत कौर उनके परिवार की रिश्तेदार थीं. भले ही इस हत्या के पीछे का मकसद साफ नहीं हो सका है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर गैंगवॉर की आशंका जताई जा रही है.

कौन है जग्गू भगवानपुरिया?

जगदीप सिंह, उर्फ जग्गू भगवानपुरिया, पंजाब के गुरदासपुर का वो नाम है, जिसने अपराध की दुनिया में अपना सिक्का जमाया. छोटे से गांव से निकला यह शख्स कभी एक साधारण नौजवान था, लेकिन 2000 के दशक में जग्गू भगवानपुरिया वसूली, ड्रग तस्करी और हथियारों के अवैध कारोबार के दलदल में उतर गया. पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, जग्गू पर हत्या, फिरौती, और गैरकानूनी हथियार रखने जैसे 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. उसका गैंग, भगवानपुरिया गैंग, पंजाब में वसूली का दूसरा नाम है. बड़े ट्रांसपोर्टरों से लेकर छोटे कारोबारीयों और यहां तक कि छोटे दुकानदारों से भी वह लाखों की उगाही करता है.  जग्गू का प्रभाव सिर्फ़ गुरदासपुर तक सीमित नहीं है बल्कि उसका नेटवर्क अमृतसर, जालंधर और यहां तक कि दिल्ली तक फैला हुआ है.

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लॉरेंस और जग्गू की दोस्ती दुश्मनी में कैसे बदली

जग्गू भगवानपुरिया कई सालों तक लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा भी रहा, लेकिन बाद में दोनों में मतभेद हो गया. इसके बाद से ही लॉरेंस और जग्गू में रंजिश बनी हुई है. वो भी एक वक्त था. जब लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया के बीच साझेदारी थी, लेकिन सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस ने दोनों के बीच की कहानी को पूरी तरह बदल दिया. उस केस में लॉरेंस और गोल्डी बराड़ की भूमिका सामने आने के बाद जग्गू ने खुद को अलग कर लिया. फिर सोशल मीडिया पर दोनों के समर्थकों में खुलेआम जंग छिड़ गई. एक तरफ गैंगस्टर जग्गू को लेकर दावा किया जाता है कि उसने कई गैंग्स को मिलाकर खुद की एक अलग ताकत बना ली है, जिसमें विदेशों से भी सहयोग मिलता है. इसी कारण वह लंबे वक्त तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा.

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पहले गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया में पक्का याराना था लेकिन ऐसा क्या हुआ कि दोनों अब जानी दुश्मन बन गए हैं, अब इनके रास्ते अलग हैं. दरअसल पंजाबी गायक मूसेवाला के मर्डर से जग्गू भगवानपुरिया से दूरी बना ली थी. बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने जग्गू भगवानपुरिया पर ये आरोप लगाया था कि जग्गू ने ही मूसेवाला के 2 कातिलों तक पहुंचाया. जिसमें दो शूटर एनकाउंटर में मार दिए गए थे. बिश्नोई और उसके कुख्यात गैंग को इस बात का शक था कि जग्गू दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस के लिए मुखबिरी करता है. बस फिर क्या था वहीं से जग्गू और लॉरेंस बिश्नोई के रास्ते अलग हो गए. 

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जग्गू की मां की हत्या, गैंगवॉर का सबसे क्रूर मोड़

27 जून 2025 के दिन गुरदासपुर के बटाला में जग्गू की मां, पर दो बाइक सवार नकाबपोश हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई. यह हत्या जग्गू को तोड़ने और उसके गैंग को कमज़ोर करने की साजिश का नतीजा भी हो सकती है. हालांकि इस हत्या की जिम्मेदारी बंबीहा गैंग ने ली है. इस हत्या से साफ संदेश दिया कि अब जंग सिर्फ़ गैंगस्टरों तक सीमित नहीं, बल्कि उनके परिवार भी उसके निशाने पर हैं. जग्गू की मां की हत्या ने पूरे पंजाब में सनसनी मचा दी. जग्गू की मां की हत्या ने गैंगवॉर को एक नया और खतरनाक मोड़ दे सकती है. अब तक यह जंग सिर्फ़ गैंगस्टरों और उनके गुर्गों तक सीमित नहीं दिख रही, लेकिन इस घटना ने साबित कर दिया कि अपराध की दुनिया में कोई भी सुरक्षित नहीं.

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