फर्जी वीजा रैकेट में ठग गिरफ्तार, ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 2200 डॉलर की ठगी

पूछताछ में कुलदीप ने बताया कि वह सिर्फ 12वीं पास है और कुछ साल मुंबई में रह चुका है, जहां वह ऐसे एजेंट्स के संपर्क में आया जो विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठगते थे.

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नई दिल्ली:

दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए 'फ्लाई टू अब्रॉड' नाम से वीजा दिलाने का झांसा देने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने एक शख्स को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 2200 अमेरिकी डॉलर की ठगी की थी. मुंबई के रहने वाले खेमचंद बोरवाल ने पुलिस में शिकायत दी कि उनकी फेसबुक पर गुरजीत कौर नाम की एक महिला से बातचीत हुई, जिसने खुद को वीजा एजेंट बताया और दावा किया कि वह ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों का वीजा दिला सकती है. लंबे समय से प्रोफेशनल दिक्कतों से जूझ रहे खेमचंद ने मदद लेने का फैसला किया.

ठगी का शिकार बने खेमचंद

आरोपी ने भरोसा दिलाया कि वीजा और टिकट का कोई एडवांस चार्ज नहीं लगेगा और सबकुछ उसकी टीम हैंडल करेगी. इस भरोसे पर खेमचंद ने अपना पासपोर्ट फोटो भेज दिया. कुछ दिन बाद आरोपी ने एक ऑस्ट्रेलियन वीजा और टिकट भेजा और 6 जून को IGI एयरपोर्ट, टर्मिनल-3  पर 2200 डॉलर कैश लेकर पहुंचने को कहा. खेमचंद तय समय पर वहां पहुंचे और आरोपी से मिले. आरोपी ने पैसे लेकर कहा कि वह बोर्डिंग पास और रसीद लेकर आता है लेकिन फिर वापस नहीं लौटा.

कैसे पता चली ठगी की बात

जब पीड़ित को शक हुआ और एयरपोर्ट अधिकारियों से पूछताछ की, तब पता चला कि वीजा और टिकट दोनों फर्जी थे. इसके बाद खेमचंद ने तुरंत पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई. एयरपोर्ट के अंदर और बाहर लगे सभी CCTV फुटेज खंगाले गए, लेकिन आरोपी की ठोस जानकारी नहीं मिल पाई. बाद में आरोपी कुलदीप सिंह को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में कुलदीप ने बताया कि वह सिर्फ 12वीं पास है और कुछ साल मुंबई में रह चुका है, जहां वह ऐसे एजेंट्स के संपर्क में आया जो विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठगते थे.

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बाद में वह पंजाब लौटकर खुद फर्जी एजेंट बन गया, उसने “Fly to Abroad” नाम से एक फेसबुक पेज बनाया और वहां सस्ते दामों में वीजा दिलाने के झूठे विज्ञापन पोस्ट करने लगा. उसी पेज के जरिए खेमचंद उसके जाल में फंसे. कुलदीप ने दावा किया था कि वीजा, टिकट सबकुछ वह खुद करवाएगा और ₹8 लाख की रकम ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद ली जाएगी. 6 जून को दिल्ली एयरपोर्ट पर कुलदीप ने नकली वीजा और टिकट थमाकर पीड़ित से 2200 डॉलर ले लिए और करेंसी डिक्लेरेशन स्लिप का बहाना बनाकर फरार हो गया. पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि ठगी के बाद कुलदीप बैंकॉक और मलेशिया घूमने चला गया और वहीं पैसे उड़ा दिए.

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