फरीदाबाद में सेक्टर 17 में 9 फरवरी की रात को एक निजी बस के अंदर 56 वर्षीय हाउज हेल्प के साथ ड्राइवर ने कथित तौर पर रेप किया. इस मामले में ड्राइवर समेत कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक जब ड्राइवर रेप कर रहा था, तब कंडक्टर आसपास नजर रखे हुए था और उसने अपराधी की मदद की थी. बता दें कि कई घरों में काम करने वाली महिला सेक्टर 17 बायपास रोड पर शाम को 6 बजे सेक्टर 56 में अपने घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी.
महिला ने दी ये स्टेटमेंट
महिला की स्टेटमेंट के मुताबिक एक व्हाइट बस रुकी और ड्राइवर ने महिला को कहा कि वो उसे उसकी मंजिल पर छोड़ देगा. इसके बाद जब महिला बस में चढ़ी तो उसे एहसास हुआ कि बस में वह अकेली यात्री है. इसके बाद उसने कंडक्टर से पूछा कि बस खाली क्यों है और इस पर कंडक्टर ने कहा कि आगे और भी यात्री चढ़ेंगे.
ड्राइवर ने अनजान जगह पर रोकी बस
परिस्थिति वहां बिगड़ी जब ड्राइवर ने एक अनजान जगह पर बस रोक दी. फरीदाबाद पुलिस के वक्ता यशपाल ने कहा, "इसके बाद कंडक्टर ने सारी खिड़कियां बंद करदी और ड्राइवर ने जघन्य अपराध को अंजाम दिया. पूरे वक्त कंडक्टर वहीं मौजूद था और आसपास नजर रखे हुए था." इसके बाद ड्राइवर ने पीड़िता को सेक्टर 17 छोड़ दिया और धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ भी बताया तो उसे अंजाम भुगतना पड़ेगा.
महिला ने मामला दर्ज कराया
हालांकि, महिला ने फिर भी अपराध की जानकारी दी और बीएनएस के सेक्शन 64 के तहत सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया. इसके साथ ही महिला को मेडिक्ल टेस्ट के लिए भी भेजा गया. सेक्टर 16 में स्थित महिला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई.
पुलिस ने की जांच
घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के जरिए जांच की गई. शुरूआती जांच में पता चला कि बस प्राइवेट कंपनी के वर्कर्स को गुरुग्राम लेकर जाती है. 35 वर्षीय ड्राइवर रोशन लाल और कंडक्टर नन्हे को मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. रोशन जयपुर के पनियाला गांव का रहने वाला है. वहीं नन्हे उत्तर प्रदेश के बदायूं से है.
दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वो एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारियों को गुरुग्राम से फरीदाबाद लाता था और वह पिछले तीन महीने से ड्राइवर का काम कर रहा है. वहीं नन्हे पिछले छह हफ्तों से इसमें काम कर रहा था. पुलिस ने बताया कि "पूछताछ के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं बस को भी सीज कर लिया गया है."