दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. तीन यात्रियों को फर्जी शेंगेन वीजा और नकली एयर टिकट के जरिए स्पेन भेजने की साजिश रचने वाले एक एजेंट कमलदीप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की गिरफ्तारी करीब 300 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र से की गई.
कैसे हुआ खुलासा
यह मामला 29 मई 2025 को तब सामने आया जब तीन अमृतसर निवासी यात्री स्पेन जाने के लिए IGI एयरपोर्ट पहुंचे. उन्होंने जब बोर्डिंग काउंटर पर अपने टिकट दिखाए तो टिकट फर्जी निकला, क्योंकि वह एयरलाइन की बुकिंग सिस्टम में मौजूद ही नहीं था. शक गहराते ही एयरलाइंस स्टाफ ने एयरपोर्ट पर मौजूद स्विस लायजन ऑफिसर से उनके वीजा की जांच कराई, जो पूरी तरह नकली और सुरक्षा फीचर्स से रहित पाया गया.
तीनों यात्री गिरफ्तार
इसके बाद इमिग्रेशन विभाग को जानकारी दी गई और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई. तीनों यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. ये हैं तीनों यात्री-
- हरजीत सिंह, निवासी गांव रनेवाली, अजनाला, अमृतसर (उम्र 44 वर्ष)
- भगवंत सिंह, निवासी गांव खियाला, अजनाला, अमृतसर (उम्र 25 वर्ष)
- गुरचरण सिंह, निवासी गांव टोला नंगल, राजा सांसी, अजनाला, अमृतसर (उम्र 28 वर्ष)
पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह पूरा इंतजाम एक एजेंट सोनू वालिया और उसके साथी कमलदीप सिंह उर्फ कमल ने किया था. तीनों को भरोसा दिलाया गया कि उन्हें स्पेन के मैड्रिड शहर में एक होटल में वेटर की नौकरी मिलेगी. बदले में 17 लाख रुपये वसूले गए.
तकनीकी निगरानी और लोकल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस टीम ने कमलदीप सिंह को कुरुक्षेत्र से धर दबोचा.
चौंकाने वाला खुलासा
पूछताछ में कमलदीप ने बताया कि उसने करीब एक साल पहले सोनू वालिया से संपर्क किया था, जिसने उसे विदेश भेजने के इच्छुक लोगों को लाने का ऑफर दिया था. सोनू पहले ही 25 मई 2025 को पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन कमलदीप ने जानबूझकर यह जानकारी यात्रियों से छिपाई जिससे वे पीछे न हटें और पैसे डूब न जाएं.
अब IGI एयरपोर्ट पुलिस की टीम सोनू वालिया को भी गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है, जो इस वक्त पंजाब के गुरदासपुर जेल में बंद है. साथ ही बैंक खातों की जांच, वीजा बनाने की प्रक्रिया और पूरे एजेंट नेटवर्क को उजागर करने की कोशिश की जा रही है.