पश्चिमी दिल्ली (West Delhi) पुलिस ने एक घर में 10 करोड़ की चोरी के मामले को सुलझाते हुए घर में काम करने वाले मोहन नाम के घरेलू सहायक और उसके नाबालिग साथी को बिहार से गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने चोरी का माल भी बरामद कर लिया है. पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी घनश्याम बंसल (DCP Ghanshyam Bansal) ने बताया कि 18 जुलाई को पंजाबी बाग थाना पुलिस (Punjabi Bagh Police Station) टीम को पीसीआर कॉल के जरिए यह जानकारी मिलती थी कि वेस्ट पंजाबी बाग इलाके में बनी एक कोठी में करोड़ों रुपए की जूलरी और हीरों पर मोहन नाम के घरेलू सहायक ने हाथ साफ किया है.
दरअसल कोठी के मालिक 4 जुलाई को परिवार समेत अमेरिका चले गए थे और विश्वास में आकर घर की चाभियां मोहन को दे गए थे. मोहन इस कोठी में 6 साल से काम कर रहा था. पुलिस केस दर्ज कर शुरुआती तौर पर घर में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू करती है तो CCTV में देखा जाता है कि आरोपी मालिक की क्रेटा गाड़ी से वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुए हैं. रमेश नगर मेट्रो स्टेशन पर गाड़ी को छोड़कर ऑटो के जरिए रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं और ट्रेन से बिहार भाग जाते हैं.
इसके बाद पुलिस ने कई नंबरों को सर्विलांस पर लगाया. सीसीटीवी कैमरे को खंगाला और आखिर में पुलिस को सफलता हाथ लगी. पता चला कि आरोपी अपने साथी के साथ बिहार भाग गया है. इस पर पुलिस टीम को बिहार रवाना किया गया और कई जगहों पर दबिश देने के बाद आरोपी को 8 से 10 करोड़ की ज्वैलरी और 5 लाख रुपये कैश के साथ गिरफ्तार कर लिया गया.
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि पिछले 2 सालों से घर के अंदर चोरी करने की साजिश को रच रहा था. इन दिनों घर के सभी लोग यूएसए घूमने गए हुए थे तभी नौकर मोहन ने अपने साथी के साथ मिलकर घर में रखी सारी ज्वैलरी और नगदी पर हाथ साफ कर दिया.
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