दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे स्टॉकर को गिरफ्तार किया है, जिसने अपना नाम बदल कर पहले नाबालिग छात्रा से दोस्ती की और जब उसकी असलियत सामने आ गयी तो वो पीड़ित को फर्जी सोशल मीडिया खातों के ज़रिए परेशान करने लगा. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने 12वीं क्लास की छात्रा से सोशल मीडिया के माध्यम से पहले दोस्ती की. आरोप है कि दोस्ती करने के लिए आरोपी ने अपनी पहचान छुपाई. इतना ही नहीं आरोपी ने पीड़िता के सामने खुद को सेना के कर्मचारी के रूप में पेश किया, जबकि वास्तव में वह भारतीय सेना में अनुबंध के आधार पर रसोइया के तौर पर काम कर रहा था.
दिल्ली के उत्तर जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक साइबर पुलिस स्टेशन में 17 साल की एक नाबालिग लड़की ने शिकायत दी कि एक शख्स न सिर्फ लगातार परेशान कर रहा है, बल्कि उसे बदनाम करने की कोशिश भी कर रहा है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने खुद को सेना के जवान बता कर उससे सोशल मीडिया के ज़रिए संपर्क किया और अपनी पहचान छुपाई.
आरोपी ने पीड़िता को अपना नाम आशु राणा बताकर दोस्ती की जबकि पीड़िता की माँ ने जब उसके बारे में पता लगाया तो पता चला कि आरोपी का नाम आशु राणा नहीं बल्कि उसका असली नाम आस मोहम्मद है, जिसके बाद पीड़िता ने आरोपी से बात करना बंद कर दिया. इसके बाद आरोपी ने पीड़िता के नाम पर इंस्टाग्राम पर फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उसे परेशान करना और बदनाम करना शुरू कर दिया.
आरोपी आस मोहम्मद ने नाबालिग के फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से शिकायतकर्ता और उसके दोस्तों और टीचरों से संपर्क किया. इतना ही नहीं आरोपी ने पीड़िता को बदनाम करने की धमकी देकर पैसे की उगाही करने की भी कोशिश की लेकिन जब वो अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सका तो उसने सोशल मीडिया पर शिकायतकर्ता की तस्वीर के साथ अश्लील मैसेज पोस्ट कर उसे बदनाम किया.