- रायगढ़ पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के डर दिखाकर लोगों को लूटने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
- पुलिस ने नेपाल के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
- आरोपियों के पास से 35 मोबाइल, 6,175 सिम, तीन लैपटॉप, एक वीपीएन स्विचपोर्ट सहित अन्य सामान बरामद हुआ.
देश में डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर लोगों को लूटने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र की रायगढ़ पुलिस ने ऐसे ही एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है. इस मामले के तार देश के बाहर भी जुड़े हुए थे. पुलिस ने इस मामले में नेपाल के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें मोबाइल सेवाएं प्रदान करने वाली एक कंपनी के दो अधिकारी भी शामिल हैं. खास बात ये है कि गिरोह में शामिल आरोपियों ने महज एक महीने में 61 लाख लोगों को कॉल किया था.
रायगढ़ जिले में मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में एक बुजुर्ग व्यक्ति को धमकाकर 66 लाख रुपये की फिरौती वसूलने का मामला सामने आया है, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह का भंडाफोड़ किया.
35 मोबाइल हैंडसेट, 6,175 सिम कार्ड बरामद
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 35 मोबाइल हैंडसेट, 6,175 सिम कार्ड, 3 लैपटॉप, एक वीपीएन स्विचपोर्ट, 1 आईपैड और 5 रबर स्टैम्प जब्त किए हैं.
साथ ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके 112 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं. आरोपी न केवल भारत में, बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, कनाडा, नेपाल और चीन के नागरिकों के भी संपर्क में थे.
अकेले महाराष्ट्र में लोगों को मिले 90 हजार कॉल
पुलिस जांच के बाद बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने एक महीने में 61 लाख कॉल किए थे और जिनमें से करीब 30 फीसदी कॉल लोगों को प्राप्त हुए थे. इनमें से अकेले 90 हजार लोग महाराष्ट्र के थे, जिन्हें यह कॉल आए थे.
पुलिस ने बताया कि इनमें से हजारों कॉल्स डिजिटल अरेस्ट के लिए किए गए. हालांकि इस बात का आंकड़ा सामने नहीं आया है कि आरोपी उनमें से कितने डिजिटल अरेस्ट अपराध करने में कामयाब हुए.