Rinku Singh makes special record: जिंबाब्वे के खिलाफ हरारे में रविवार को आखिरी टी20 मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करेत हुए 20 ओवरों में 6 विकेट पर 167 का स्कोर खड़ा किया. मैच में प्रबंधन ने बाकी खिलाड़ियों को मौका देने के कारण इस बार रिंकू सिंह (Rinku Singh) को नंबर सात पर बैटिंग के लिए भेजा. रिंकू के हिस्से में जैसे-तैसे सिर्फ नौ ही गेंद आईं, लेकिन एक छक्के से वह नाबाद 11 रन बनाने में सफल रहे. और छक्का तो ऐसा जड़ा, जिसने देखा दांत तले उंगली दबा ली. एक वजह छक्के की लंबाई तो थी ही, लेकिन रिंकू जहां और जिस अंदाज में छक्का बॉलर के सिर के ऊपर से जड़ते हैं, उसे खेलना बिल्कुल भी आसान नहीं होता. बहरहाल, इस संक्षिप्त पारी से रिंकू ने दिखाया कि जब बात खास पलों या ओवर में बल्लेबाजी की आाती है, तो उनका कोई जोड़ नहीं है. इसकी पुष्टि आंकड़े साफ-साफ करते दिख रहे हैं.
20वें ओवर में 21 साबित होते हैं रिंकू!
जी हां, जब बात पारी के आखिरी ओवर की आती है, तो न केवल रिंकू का बल्ले एक अलग ही अंदाज में बातें करता है, बल्कि वह नॉटआउट वापस लौटते हैं, जो रिंकू की यूएसपी हो चली है. और यही वजह कि आखिरी ओवर में रिंकू का रिकॉर्ड एकदम रॉकेट बन गया है. टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिंकू ने अभी तक पारी के आखिरी मतलब 20वें ओवर में आई बैटिंग के दौरान कुल मिलाकर 28 गेंद खेली हैं. इसमें वह सिर्फ दो ही बार आउट हुए हैं और उन्होंने 84 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका स्ट्राइक-रेट 300 का रहा है, तो उन्होंने 5 चौके और 9 छक्के जड़े हैं.
सीरीज में रहा ऐसा प्रदर्शन
जिंबाब्वे के खिलाफ सीरीज में रिंकू ने खेले पांच मैचों की 4 पारियों में सिर्फ 60 ही बनाए. लेकिन आप इसे ऐसे समझें कि वह तीन बार नॉटआउट रहे. उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 48 रहा, तो इससे उनका औसत 60 पर पहुंच गया. जायसवाल (70.50) और गायकवाड़ (66.50) के बाद तीसरा सर्वश्रेष्ठ औसत. अब आप समझ लीजिए कि कितने महीन तरीके से रिंकू बैटिंग करते हैं और भारत के लिए कितने अहम हैं.