Yashasvi Jaiswal takes you-turn: करीब एक महीने पहले मुंबई की जगह गोवा के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए एमसीए (MCA) से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मांगने वाले यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jasiswal takes U-turn) ने इस बड़े फैसले पर यू-टर्न ले लिया है. अब जायसवाल ने एसोसिएशन को लिखे ई-मेल में अपने एनओसी को वापस लेने की बात कहते हुए सूचित किया है वह अगले घरेलू सीजन के लिए मुंबई का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपलब्ध हैं.
एक अग्रणी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार जायसवाल ने एमसीए को मेल में लिखा,'मैं आपके द्वारा मुझे दिए गए एनओसी को वापल लेने का अनुरोध करता हूं. पहले मेरा परिवार के साथ गोवा स्थानांतरित होने का प्लान था, लेकिन अब यह रद्द दो हया है. इसलिए मैं मैं एमसीए से इस सीजन में मुंबई के लिए खेलने की अनुमति देने पर विचार करने का अनुरोध करता हूं. मैंने अपना अनापत्ति प्रमाण पत्र न ही बीसीसीआई और न ही गोवा एसोसिएशन को नहीं भेजा है.' बहरहाल, जायसवाल के ई-मेल पर एमसीए ने अभी कोई जवाब नहीं दिया है.
पिछले महीने ही जायसवाल ने एमसीके अधिकारियों को तब हैरान कर दिया था, जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी में गोवा के लिए खेलने के लिए एनओसी मांगा था. तब जायसवाल ने गोवा जाने के पीछे MCA को निजी कारणों का हवाला दिया था. अगर जायसवाल गोवा के लिए खेलते, तो अर्जुन तेंदुलकर और सिद्धेश लैड के बाद अपनी पीढ़ी से तीसरे ऐसे खिलाड़ी होते, जो मुंबई छोड़कर गोवा के लिए खेलते.
पिछले महीने ही इस तरह की खबरें आईं थी कि उनके और मुंबई के एक सीनियर खिलाड़ी के बीच विवाद हो गया था. इस सीनियर खिलाड़ी ने जायसवाल के रवैये को लेकर शिकायत की थी. खासतौर पर एसोसिएशन को भेजी रिपोर्ट में रणजी ट्ऱॉफी के बहुत ही अहम मुकाबले में इस सीनियर ने जायसवाल के गैरजिम्मेदारना स्ट्रोक का जिक्र किया था. वहीं, मैदान पर भी दोनों के बीच काफी तनातनी देखने को मिली थी. बहरहाल, अब देखने की बात होगी कि जायसवाल के इस अनुरोध पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन क्या जवाब देती है.