Australia reach in to WTC Final: सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन ही मेहमान भारत को 6 विकेट से मात देकर ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में जगह बना ली है. इस जीत के सात ही ऑस्ट्रेलिया ने भारत को सीरीज में 3-1 से मात दी. फिलहाल प्वाइंट्स टेबल में दक्षिण अफ्रीका 11 टेस्ट मैचों में 9 जीत 3 हार और एक ड्रॉ से 88 अंक और 66.67 जीत प्रतिशत के साथ पहले ही फाइनल का टिकट हासिल कर चुका है. वहीं, ऑस्ट्रेलिया 17 टेस्ट मैचों में 9 जीत, 8 हार और 2 ड्रॉ से 114 प्वाइंट्स और 63.73 जीत प्रतिशत के साथ टेबल में दूसरे नंबर पर आ गया है. लगभग साफ है कि जून में खेले जाने वाले WTC Final में ऑस्ट्रेलिया की टक्कर दक्षिण अफ्रीका से होगी. लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया ने साल 2023 जैसी गलती एक बार फिर से करी, तो उसे फिर से फाइनल से हाथ धोना पड़ सकता है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने बॉक्सिंग-डे टेस्ट में पाकिस्तान को सेंचुरियन में दो विकेट से मात देकर फाइनल में जगह बना ली थी. लेकिन यह भी तथ्य है कि ऑस्ट्रेलिया की प्वाइंट्स टेबल में मजबूत स्थिति के बावजूद कंगारू फाइनल की जगह गंवा सकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया बाकी टीमों से आगे
वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 63.73 है और वह बाकी टीमों से आगे है. और जैसे वर्तमान में हालात दिख रहे हैं, उसे देखते हुए लग रहा है कि पाकिस्तान, विंडीज और श्रीलंका का उससे आगे निकलना खासा मुश्किल हैं. और सर्वश्रेष्ठ हालात मतलब श्रीलंका की ऑस्ट्रेलिया पर 2-0 से जीत से उसका जीत प्रतिशत 53.85 हो जाएगा. वहीं, इस सूरत में भी ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 57.02 उसे फाइनल में पहुंचाने के लिए काफी होगा.
दोबारा हुई गलती, तो पड़ेगी कंगारुओं को भारी
एक दूसरी तस्वीर यह है कि स्लो-ओवर रेट ऑस्ट्रेलिया का फाइनल का गणित खराब कर सकता है. अगर कंगारू टीम बचे हुए दो टेस्ट मैचों में स्लो-ओवर रेट से आठ अंक गंवा देती है. और श्रीलंका सीरीज 2-0 से जीत जाती है, तो लंका टीम कंगारुओं को पीछे छोड़कर WTC Final में पहुंच जाएगी.
वैसे ऑस्ट्रेलिया का स्लो-ओवर रेट से आठ अंक गंवाना दूर की कौड़ी दिखाई पड़ता है, लेकिन साल 2023 एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने चौथे टेस्ट में इसी वजह से पूरे दस अंक गंवाए थे. वहीं, इंग्लिश टीम पर भी पूरी सीरीज में 19 प्वाइंट का नुकसान झेलना पड़ा था. इसी साल बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में पाकिस्तान को भी छह प्वाइंट का नुकसान वहन करना पड़ा था.