साउथ अफ़्रीका के पूर्व ऑलराउंडर जॉन वाटकिंस (John Watkins) का शुक्रवार को डरबन में निधन हो गया है. वो 98 साल के थे. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी साझा की है. वाटकिंग्स दुनिया के सबसे उम्रदराज़ क्रिकेटर थे, जो जिंदा थे. वाटकिंग्स ने साल 1949 में टेस्ट में डेब्यू किया था तो वहीं, अपना आखिरी टेस्ट मैच 1957 में खेला थे. अपने करियर में उन्होंने 15 टेस्ट में तीन अर्धशतक के साथ 612 रन बनाए और साथ ही 29 विकेट लेने में भी सफल रहे थे. जॉन वाटकिंस अपने करियर में स्लिप में बेहतरीन कैच लपकने के लिए भी जाने गए. इंटरनेशनल करियर के अलावा वाकिंग्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 679 रन के अलावा 31 विकेट भी लिए थे. उनकी मृत्यु के बाद दक्षिण अफ्रीका के साथी रॉन ड्रेपर, 95, सबसे उम्रदराज जीवित टेस्ट खिलाड़ी बन गए हैं, जबकि 92 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई नील हार्वे एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 1940 के दशक में टेस्ट क्रिकेट खेला था.
उन्होंने अपना सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 92 रन, साथ ही दूसरी पारी में 50 रन उस टेस्ट मैच में बनाया जब साउथ अफ्रीका ने 1952/53 सीज़न में मेलबर्न में खेले गए पांचवें टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराया था.
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प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण करने से पहले वॉटकिंस ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान दक्षिण अफ़्रीकी वायु सेना के साथ स्पिटफ़ायर पायलट के रूप में प्रशिक्षित हुए थे, हालांकि कलर ब्लाइंडनेस के कारण हवाई यातायात नियंत्रण में उन्हें पहले भेजा गया. सीएसए के अनुसार, पिछले शुक्रवार को अपनी मृत्यु से 10 दिन पहले वाटकिंस कोरोनवायरस से संक्रमित हुए थे, जिससे उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा था.
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