Vaibhav Suryavanshi Will Play in IPL 2025 or Not Coach Vikram Rathour: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के आगाज़ से पहले, राजस्थान रॉयल्स (RR) ने अपनी युवा प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी को लेकर विचार-विमर्श किया है. 13 वर्षीय सूर्यवंशी आईपीएल इतिहास में सबसे कम उम्र में अनुबंध पाने वाले खिलाड़ी बने, जब पिछले साल जेद्दा में हुई नीलामी में आरआर ने उन्हें 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा था. 2024 के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के चलते उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई.
वैभव सूर्यवंशी ने ऐसे बनाया मौका
बिहार की ओर से खेलते हुए, उन्होंने बड़ौदा के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में 42 गेंदों पर 71 रन बनाए और सबसे कम उम्र में लिस्ट ए अर्धशतक बनाने का भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम किया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया. चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक जड़कर वह किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज युवा टेस्ट शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए. इसके अलावा, एसीसी अंडर-19 एशिया कप में भारत को फाइनल तक पहुंचाने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई और दो शानदार अर्धशतक लगाए.
विक्रम राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने इस युवा खिलाड़ी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनमें काफी संभावनाएं हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सूर्यवंशी के आईपीएल डेब्यू में अभी समय लग सकता है, क्योंकि यह टीम की रणनीति पर निर्भर करेगा. राठौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "यह तय करना जल्दबाजी होगी कि हम उन्हें तुरंत प्लेइंग इलेवन में शामिल करेंगे या नहीं. यह हमारी रणनीति, पिच की परिस्थितियों और विपक्षी टीम पर निर्भर करेगा. हमने उन्हें उनकी विशेष प्रतिभा के कारण टीम में शामिल किया है. उम्र भले ही कम हो, लेकिन उनकी ताकत और क्षमता अद्भुत है. अगर वह कड़ी मेहनत जारी रखते हैं, तो निश्चित रूप से एक बड़े खिलाड़ी बन सकते हैं."
सितंबर 2024 में विक्रम राठौर राजस्थान रॉयल्स के कोचिंग स्टाफ में शामिल हुए, जब राहुल द्रविड़ को टीम का मुख्य कोच बनाया गया. इससे पहले दोनों भारतीय टीम के कोचिंग सेटअप का हिस्सा थे और उनकी इस जोड़ी ने भारत को तीनों प्रारूपों में शीर्ष रैंकिंग तक पहुंचाया था. उनके मार्गदर्शन में भारत ने 2024 में आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप का खिताब भी जीता था.
राठौर ने कहा, "राहुल द्रविड़ के साथ काम करना शानदार अनुभव है. हमने पहले भी भारतीय टीम के साथ मिलकर काम किया है और विश्व कप जीतने का सौभाग्य भी मिला. आईपीएल एक छोटा टूर्नामेंट है, जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सालभर चलता रहता है, लेकिन बुनियादी तौर पर कोचिंग का उद्देश्य वही रहता है—खिलाड़ियों का समर्थन करना, उनका मार्गदर्शन करना और उनके सर्वश्रेष्ठ खेल को निखारना."