बीसीसीआई (BCCI) ने हाल ही में भारतीय सिलेक्शन कमेटी का ऐलान कर दिया है. जिसमें चेतन शर्मा, शिवसुंदर दास, सुब्रतो बनर्जी, सलिल अंकोला और श्रीधरन शरथ के नाम शामिल हैं. लेकिन इसी बीच शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) की अगुआई वाली पाकिस्तानी चयन समिति ने भी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 3 वनडे मैचों की घरेलू सीरीज के लिए पाकिस्तानी टीम की घोषणा कर दी है. जिसमें शाहीन शाह अफरीदी व शादाब खान जैसे बड़े नाम टीम का हिस्सा नहीं हैं. शाहीन टी 20 विश्व कप के बाद से ही क्रिकेट से दूर हैं तो वहीं शादाब भी पूरी तरह से फिट नहीं हैं. बहरहाल यहां पर चर्चा का विषय है भारतीय चयन समिति बनाम शाहिद अफरीदी, ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में शाहिद अफरीदी का एक वीडियो सामने आया है जिसने क्रिकेट को देखने वाले, समझने वाले और फॉलो करने वालों को ज़ाहिर तौर पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.
भारतीय चयन समिति Vs शाहिद अफरीदी
इस वक्त जो सबसे बड़ी बात निकल कर सामने आ रही है वो है शाहिद अफरीदी का अंदाज़ बनाम भारतीय चयन समिति का अंदाज़. जिस तरह से शाहिद अफरीदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ- साफ अपनी बातें रखी और चीज़ों को स्पष्ट किया, वो काबिल -ए -तारीफ रहा. क्या इस तरह का रूख और अंदाज़ भारतीय चयन समिति में भी देखने को मिलेगा. क्योंकि टी 20 विश्व कप में इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद बीसीसीआई की चयन समिति, कोच, कप्तान और मैनेजमेंट की किरकिरी हुई, वो किसी से छिपी नहीं है. ऐसे में क्या दावेदार खिलाड़ियों को ही आगे से मौका मिलेगा या सिस्टम डांवा डोल ही रहेगा. ये देखना काफ़ी दिलचस्प रहेगा.
बाबर आज़म को बनाएंगे बेहतर कप्तान
पिछले कुछ समय से बाबर आज़म की टेस्ट कप्तानी को लेकर उंगलियां उठ रही हैं. वजह, पहले इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में हार और बाद में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ भी घरेलू टेस्ट सीरीज में कोई मैच ना जीत पाना. हालांकि ये बाबर आज़म के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है. इस पर शाहिद अफरीदी ने कहा कि बाबर एक बेहतर प्लेयर हैं और हम उन्हें बेहतर कप्तान भी बनाएंगे. यहां गौर करने वाली बात ये है कि उन्होंने कप्तान को लेकर साफ़ तौर पर बात की, ना किसी तरह की आलोचना का डर उन्हें था और ना ही किसी बात को घुमाया. जिस चीज़ में जो खिलाड़ी बेहतर है, उसे बेहतर कहा, और जहां सुधार की ज़रूरत है, उसमें सुधार के लिए कहा. अब बड़ा सवाल ये है कि क्या ऐसा कुछ भारत में भी देखने को मिलेगा?
नहीं चलेगा फेवरेट का खेल
बता दें कि पत्रकारों के साथ बातचीत में शाहिद अफरीदी ने बड़ी ही गंभीरता और सटीकता के साथ सारे जवाब दिए और अपनी बात रखी. क्रिकेट या फिर अमूमन हर जगह हम देखते हैं कि लोग अगर किसी ओहदे पर हैं तो वे अपने पसंदीदा लोगों को सिस्टम में लाने की कोशिश करते हैं. लेकिन पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने जिस तरह से हर एक प्लेयर को लेकर अपने विचार रखे और बताया कि आप परफॉर्म करेंगे तो आप चुने जाएंगे. इस स्पष्टता ने वाकई दिल जीत लिया. ख़ासकर शादाब खान को बाहर करने को लेकर उनके जवाब ने बताया कि अब पाकिस्तानी क्रिकेट में क्रांति आना संभव माना जा सकता है.
शादाब को इसलिए किया बाहर
अफरीदी ने कहा कि शादाब ने मुझे कहा कि "मैं न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ये तीन वनडे तो खेल ही लूंगा, मुझे कोई मसला नहीं है." लेकिन मैंने उन्हें कहा कि " नहीं, आप सुबह ग्राउंड पर जाएं और बॉलिंग करें, फिर विचार किया जाएगा, कि आप खेल सकते हैं या नहीं?" इसके बाद जब उन्होंने बॉलिंग की तो उन्हें असहजता महसूस हुई और इसलिए अब वे टीम से बाहर हैं." ये चीज़ें दिखा रही हैं कि शाहिद अफरीदी किस माइंड सेट के साथ आए हैं.
घरेलू क्रिकेट पर नज़र
शाहिद अफरीदी ने कुछ घरेलू क्रिकेटर्स का नाम लेते हुए ये भी साफ किया कि घरेलू क्रिकेट में शानदार परफॉर्मेंस कर रहे प्लेयर्स पर हमारी नज़र बनी हुई है. इसलिए रिलैक्स ना हों, और क्रिकेट खेलते रहे. साथ ही क्रिकेट अकादमियों को लेकर बात करते हुए अफरीदी बोले कि साल में जिस एकेडमी में 8 महीने प्रैक्टिस ही नहीं होती, वो क्या क्रिकेटर तैयार करेगी. इस लिहाज़ से एकेडमियों पर भी काम किया जाना चाहिए.
शाहिद अफरीदी की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से और कुछ भले ही निकल कर सामने ना आए लेकिन एक बात ज़रूर है कि ऐसा ही रुख अगर भारतीय चयन समिति अपनाए तो रिजल्ट वाकई बेहतर होंगे. वहीं इस बात को हम कतई झूठला नहीं सकते कि भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी मतभेद हैं और क्रिकेट भी उनसे दूर नहीं है. लेकिन वो किसी ने कहा है ना कि 'सीख तो दुश्मन की भी अच्छी', तो इसमें कहीं कोई बुराई नहीं होगी अगर आगे आने वाले समय में ऐसे ही तेवर भारतीय सिलेक्टर्स भी दिखाएं.
यहां देखें शाहिद अफरीदी की पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस
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