- साई सुदर्शन ने तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में कुल 140 रन बनाए हैं, जिनका औसत लगभग सैंतीस के करीब है.
- दूसरे दिन भारत ने दो विकेट खोकर 75 रन बनाए और कुल 52 रनों की बढ़त हासिल की है, जायसवाल ने अर्धशतक पूरा किया.
- दूसरे दिन कुल 16 विकेट गिरने के बाद भारत के आठ विकेट बाकी हैं, जो टीम की बढ़त को मजबूत आधार प्रदान करते हैं.
India vs England 5th Test: क्रिकेट का खेल बड़ा क्रूर गेम है. दरअसल, खेल अक्सर बेहद ही हृदय विदारक होते हैं. ओवल टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले साई सुदर्शन को एक खराब गेंद मिली और उनका काम तमाम हो गया. घरेलू क्रिकेट में बेहद टैलेंटेड मैन जाने वाले सुदर्शन के लिए यह दौरा अच्छा नहीं माना जा सकता. साई सुदर्शन ने तीन टेस्ट की छह पारियों में 0, 30, 61, 0, 38 और 11 रन मतलब करीब 37 के औसत से 140 रन बना सके हैं.
52 रनों की बढ़त
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दो विकेट खोकर 75 रन बना लिए हैं. इस आधार पर उसे 52 रनों की बढ़त हासिल हो गई है. यशस्वी जायसवाल ने फिर अपना अर्धशतक पूरा कर लिया और एक बार फिर उनसे बड़ी पारी की उम्मीद बंधने लगी है.
16 विकेट गिरे
... लेकिन असली कहानी यहीं शुरू होती है. दूसरे दिन 16 विकेट गिरे तो तीसरा दिन शुरू होने से पहले यशस्वी जायसवाल समेत भारत के आठ विकेट बाकी हैं. और भारत को जो बढ़त मिली है उसे पर जीत की नींव रखी जा सकती है.
एक्शन से भरपूर ओवल पर दूसरे दिन- छा गए सिराज-प्रसिद्ध
दूसरे दिन भारत ने अपने छह विकेट जल्दी गवा दिए. फिर इंग्लैंड ने ताबड़तोड़ शुरुआत की तो लगा मैच भारत के हाथ से निकल जाएगा. लेकिन इसके बाद आकाशदीप ने सेंध लगाई और मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्ण ने कमाल की गेंदबाजी कर भारत को फिर से मैच में वापस ला दिया.
किसका पलड़ा भारी?
ऐसे में माना जा सकता है कि टेस्ट मैच अभी 50-50 फीसदी दोनों ही टीमों के हक में है. यानी मैच के तीसरे दिन का पहला सत्र सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकता है. अगर तीसरे दिन यशस्वी जयसवाल डेढ़ से 2 घंटे तक टिक गए तो इंग्लैंड के हाथों से बाजी यकीनन भारत के हाथों में आ सकती है.