Sunil Gavaskar, Border Gavaskar Trophy: ऑस्ट्रेलिया में भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के साथ ही भारतीय टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की सपना भी टूट गया. ऑस्ट्रेलिया ने जैसे ही सिडनी टेस्ट जीता, वैसे ही उसने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. अब लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला जाएगा. वहीं भारत की हार के बाद गौतम गंभीर और उनकी टीम सवालों के घेरे में हैं. भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी अब गंभीर एंड कंपनी पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि अब समय आ गया है, जब इनसे सवाल पूछे जाने चाहिए.
गौतम गंभीर ने जब से राहुल द्रविड़ के बाद भारतीय टीम के मुख्य कोच का कार्यभार संभाला है, तभी से भारत को कई शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. गंभीर के कोच रहते, भारत को पहले श्रीलंका के खिलाफ उसके घर पर वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था. इसके बाद भारतीय टीम को घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली बार तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप हार का सामना करना पड़ा. न्यूजीलैंड की हार से भारत के टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं को करारा झटका लगा था. वहीं अब भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से हार मिली है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि मुख्य कोच गौतम गंभीर और उनके सहयोगी स्टाफ से सवाल पूछे जाने चाहिए. गावस्कर ने कहा,"मैं अलग-अलग कोच रखने के मेरिट के बारे में नहीं जानता. यह कुछ ऐसा है, आप जानते हैं, जिसे हमें अभी नहीं, बल्कि एक अलग परिदृश्य में देखने की जरूरत है. लेकिन निश्चित रूप से उनसे (गंभीर) और उनकी कोचिंग से स्टाफ़ सवाल पूछे जाने चाहिए. वे क्या कर रहे थे कि हमारी यह स्थिति हो गई कि हम हार रहे हैं, हार रहे हैं, हार रहे हैं?."
गावस्कर ने आगे कहा,"हम भारत में न्यूजीलैंड के खिलाफ तब हारे हैं जब हमें हारना नहीं चाहिए था. वहां की बल्लेबाजी काफी सामान्य थी. यहां की बल्लेबाजी काफी सामान्य रही है. इसलिए मेरा मानना है कि मुझे लगता है कि इस बारे में सवाल पूछे जाने की जरूरत है."
सुनील गावस्कर ने ट्रेविस हेड और पैट कमिंस के खिलाफ उचित योजना की कमी के लिए मोर्ने मोर्कल की भूमिका पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के कहने पर भी भारतीय टीम ने इन दोनों को शॉर्ट गेंदें नहीं फेंकी.
गावस्कर ने सवाल उठाए,"हमारी गेंदबाजी और भी बेहतर हो सकती थी. हमारे पास सिर्फ दो गेंदबाज थे. लेकिन कई बार, चीजें, न केवल हम, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई भी बात कर रहे थे कि किस तरह की गेंदें फेंकी जानी चाहिए ट्रेविस हेड को, पैट कमिंस को, उस तरह का कुछ भी प्रयास नहीं किया गया था, इसलिए, आप गेंदबाजी कोच से पूछेंगे कि क्या हो रहा था?"
गावस्कर ने आगे कहा,"अगर गेंदबाजी कोच ने कहा कि उन्होंने भी गेंदबाजों को ऐसा करने के लिए कहा था, और गेंदबाजों ने ऐसा नहीं किया, तो आपको गेंदबाजों से सवाल करने की जरूरत है. हेड के खिलाफ शॉर्ट गेंदों को क्यों नहीं आजमाया गया? पैट कमिंस के खिलाफ शॉट गेंदों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया? आप जानते हैं, ऐसे बहुत सारे सवाल हैं जो पूछे जा सकते हैं."
सिडनी में छह विकेट से हार के बाद गंभीर ने कहा कि वह चाहते हैं कि टीम का हर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेले. कुछ ऐसी ही मांग सुनील गावस्कर ने भी की है. गावस्कर ने सीनियर खिलाड़ियों का नाम लिए बिना कहा,"ठीक है, हम पता लगाएंगे कि क्या यह दिखावा है. अगले 15 दिनों में कुछ घरेलू क्रिकेट होना है. हम यह पता लगाएंगे कि क्या वास्तव में कोच जो चाहता है, वह होता है और खिलाड़ी क्या करते हैं. कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अपनी जगह पक्की कर ली है, यह सोचकर कि उन्हें बाहर नहीं किया जा सकता, चाहे कुछ भी हो जाए. आइए देखें कि क्या वे कोच की बात मानते हैं और खेलते हैं. आइए इंतजार करें और देखें."
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