पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) का किताब जीतने वाली टीम इंडिया ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narender Modi) से मुलाकात की. मोदी ने टीम के तमाम सदस्यों से अलग-अलग विषयों पर सवाल जवाब किए. और सभी खिलाड़ियों ने प्रधामंत्री से अपने-अपने अनुभव को साझा किया. विराट कोहली ने स्लॉग ओवरों के अनुभव को बयां करते हुए कहा कि हम भी एक समय मैच में उम्मीद खो चुके थे. विराट ने यह बात उस प्वाइंट को लेकर कही, जब अक्षर पटेल के 15वें ओवर में 24 रन गए थे और पूरे देश ही मानो यह स्वीकार कर चुका था इस अब विश्व कप भारत के हाथ से निकल गया.
पीएम के कोहली से उतार-चढ़ाव के सफर के सवाल पर पूर्व कप्तान ने कहा कि फाइनल का दिन हमेशा ही उनके ज़हन में रहेगा. वजह यह है कि इस पूरे टूर्नामेंट में वह योगदान नहीं दे सका, जो मैं करना चाहता था. एक समय मैंने राहुल भाई से भी बोला कि मैं खुद और टीम के साथ न्याय नहीं कर सका. इस पर राहुल भाई ने बोला कि जब हालात आएंगे, तो आप परफॉर्म करोगे. विराट ने कहा कि फाइनल से पहले मैनें रोहित से कहा जैसा टूर्नामेंट अभी तक गया है, मेरे भीतर उतना कॉन्फिडेंस नहीं है. मुझे नहीं लगता कि वैसी बैटिंग हो सकेगी, जैसी मैं करना चाहता हूं.
विराट ने कहा कि जब हम खेलने गए, तो और चार गेंदों में मुझे तीन चौके मिले, तो मैं रोहित से कहा कि यह क्या खेल है. एक दिन ऐसा लगता लगता है कि एक रन नहीं बनेगा, तो एक दिन सबकुछ होने लगता है. यहां मुझे महसूस हुआ कि इस हालात में मुझे टीम के लिए समर्पित करना है. मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मुझे इस जोन में डाला गया. यह बताना मुश्किल है कि क्यों डाला गया, लेकिन मैं इन पलों में बंध गया. बाद में मुझे समझ आया कि जो चीज होनी होती है, वह होती है.
पूर्व कप्तान ने कहा कि आखिर में हम जिस हालात में मैच जीते, हमने एक-एक गेंद को जिया है. मैच पलटा और हमारे भीतर क्या चल रहा था, हम यह बयां नहीं कर सकते. एक-एक गेंद के हिसाब से मैच बदल रहा था. एक समय पर उम्मीद छूट चुकी थी. उसके बाद हार्दिक ने विकेट लिया. और एक-एक गेंद से हमारे भीतर ऊर्जा बनी. मुझे खुशी इस बात की है कि इस बड़े दिन मैं एक मुश्किल समय के बाद मैं टीम के लिए योगदान कर सका. उन्होंने कहा कि जैसा मैंने कहा कि जैसे हम जीते, उस दिन को मैं कभी भी नहीं भुला पाऊंगा.