हालिया समय में टीम इंडिया के पेसर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने अपनी गेंदबाजी में खासा सुधार किया है. उनके पिछले दिनों की गयी मेहनत का असर पिछले मुकाबले में दिखायी पड़ा, जब वह चार विकेट चटकाकर प्लेयर ऑफ द मैच बने, तो वहीं रविवार को डबल हेडर (double header) के तहत एमए चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए पहले मुकाबले में सिराज ने दुनिया के सबसे आतिशी बल्लेबाजों से एक जोस बटलर (Jos Buttler) को ऐसे आउट किया कि इस बल्लेबाज की आंखें खुली की खुली रह गयीं. और आंखें खुली रह गयीं कमेंटेटर बॉक्स में बैठ पूर्व दिग्गजों की भी सिराज की वोबल सीम या कहें स्क्रैंबल सीम को देखकर. बटलर के इस अंदाज में आउट होने के बाद लंबे समय तक ड्रेसिंग रूम में चर्चा सिराज के इस खास गुण को लेकर ही होती रही. और यह वोबल सीम पखवाड़े भर में नहीं आता. इसके लिए किसी भी गेंदबाज को जमकर काम करना पड़ता है. और जिस स्तर का "टेक्स्चर" सिराज की सीम में दिखा है, वह बताता है कि सिराज आने वाले समय में भी और दिग्गजों को गच्चा देने के लिए तैयार हैं.
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वोबल/स्क्रैंबल सीम के बारे में जानें
इस सीम को इन दोनों नामों से पुकार सकते हैं. इस तरह की सीम में पेसर गेंद को इस तरह से पकड़ता है कि न तो सीम समानांतर (सीधी रहे) और न ही गेंद को क्रॉस तरीके से पकड़े. जैसा कि आप समझ सकते हैं कि अंग्रेजी के शब्द स्क्रैंबल का अर्थ लड़खड़ाना होता है, तो गेंद की सीम बॉलर के हाथ से छूटने के बाद सिलाई से एकदम घेरा बनाते हुए नहीं बल्कि लड़खड़ाते हुए जाती है.
ऐसे बॉलर को मिलता है फायदा
आम तौर पर जब बॉलर के हाथ से गेंद के छूटते समय सीम (सिलाई) बाहर या अंदर की तरफ होती है, तो बल्लेबाज को पता चल जाता है कि गेंद टप्पा खाने के बाद किस दिशा में जाएगी. लेकिन जब गेंद स्क्रैंबल सीम होते हुए आती है, तो बल्लेबाज भ्रमित रहता है कि गेंद अंदर आएगी या बाहर आएगी. और यही भ्रम गेंदबाज को फायदा दिलाता है. बटलर भी कन्फ्यूज रहे. गेंद अंदर आयी..बल्ले और गेंद के बीच गैप बहुत ज्यादा था और उनका मिड्ल स्टंप धड़ाम हो गया