- एशिया कप 2025 का उद्घाटन मुकाबला भारत अंडर-19 और संयुक्त अरब अमीरात अंडर-19 के बीच दुबई में खेला जा रहा है
- वैभव सूर्यवंशी ने उद्घाटन मैच में एशिया कप इतिहास का पहला शतक पूरा किया है
- टूर्नामेंट का आयोजन दुबई में हो रहा है और यह एशिया कप का एक प्रतिष्ठित संस्करण माना जाता है
Vaibhav Suryavanshi, Asia Cup 2025: अंडर-19 एशिया कप 2025 का आगाज हो चुका है. प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का उद्घाटन मुकाबला आज (12 दिसंबर 2025) भारत अंडर-19 और संयुक्त अरब अमीरात अंडर-19 टीम के बीच दुबई में खेला जा रहा है. जहां उद्घाटन मुकाबले में ही वैभव सूर्यवंशी ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए एशिया कप इतिहास का अपना पहला शतक पूरा कर लिया है. 14 वर्षीय बल्लेबाज ने 56 गेंदों में अंडर-19 एशिया कप इतिहास का अपना पहला शतक पूरा किया है. इस दौरान क्रिकेट प्रेमियों को उनके बल्ले से 9 छक्के और 5 खूबसूरत चौके देखने को मिले. मैच के दौरान वह पारी का आगाज करते हुए 95 गेंद में 180 की स्ट्राइक रेट से 171 रन बनाने में कामयाब रहे. इस दौरान क्रिकेट प्रेमियों को उनके बल्ले से 14 छक्के और 9 चौके देखने को मिले. वह जब आउट हुए. उस दौरान टीम का स्कोर 27.1 ओवरों में 220-2 रन था.
सस्ते में पवेलियन लौटे कैप्टन आयुष म्हात्रे
टॉस हारकर भारतीय पारी का आगाज करने मैदान में आए कैप्टन आयुष म्हात्रे और वैभव सूर्यवंशी से भारतीय अंडर-19 टीम को आतिशी पारी की उम्मीद थी. सूर्यवंशी उन उम्मीदों पर तो पूरी तरह से खरे उतरे. मगर आयुष म्हात्रे ने लोगों को निराश कर दिया. पारी का आगाज करते हुए उन्होंने कुल 11 गेंदों का सामना किया. इस बीच एक चौका की मदद से केवल 4 रन ही बना पाए. उन्हें विपक्षी टीम के गेंदबाज युग शर्मा ने सालेह अमीन के हाथों कैच आउट करते हुए पवेलियन का रास्ता दिखाया.
वैभव सूर्यवंशी और ऐरन जॉर्ज के बीच हुई 212 रनों की पार्टनरशिप
आयुष म्हात्रे के सस्ते में आउट होने के बाज क्रीज पर आए ऐरन जॉर्ज और वैभव सूर्यवंशी के कंधों पर पारी को संवारने की जिम्मेदारी थी. यहां जॉर्ज ने सूर्यवंशी का बखूबी साथ भी निभाया. दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 212 रनों की दोहरी शतकीय साझेदारी की. क्रिकेट प्रेमियों को जॉर्ज से भी शतक की उम्मीद जगने लगी थी. मगर वह 73 गेंद में 94.52 की स्ट्राइक रेट से 69 रन बनाकर आउट हो गए. जॉर्ज को यायिन राय ने नूरुल्लाह आयोबी के हाथों कैच आउट करते हुए पवेलियन का रास्ता दिखाया.














