- राजस्थान रॉयल्स के निदेशक जुबिन भरुचा ने वैभव सूर्यवंशी को जल्द भारतीय टीम में शामिल करने की अपील की है
- जुबिन भरुचा ने सचिन तेंदुलकर के शुरुआती करियर का उदाहरण देते हुए वैभव की क्षमता को उच्च स्तर बताया है
- 14 साल की उम्र में वैभव ने आईपीएल का दूसरा सबसे तेज शतक जड़कर क्रिकेट जगत में अपनी पहचान बनाई है
Vaibhav Suryavanshi vs Sachin Tendulkar: राजस्थान रॉयल्स (RR) के हाई परफॉर्मेंस निदेशक जुबिन भरुचा ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए वैभव सूर्यवंशी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए भारतीय चयनकर्ताओं से 14 साल के प्रतिभाशाली बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को सीनियर टीम में जल्द शामिल करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि "जिस तरह से सचिन बहुत कम समय में टीम इंडिया के लिए खेले थे, उसी तरह वैभव की भी जल्द से जल्द टीम इंडिया में एंट्री होनी चाहिए. भरुचा का मानना है कि वैभव एक अलग स्तर के खिलाड़ी हैं. कम से कम उसे इंडिया ए की टीम में खेलने का मौका जल्दी मिलना चाहिए. मैं ये कह सकता हूं कि जो ऑस्ट्रेलिया ए की टीम यहां खेल रही है, उस टीम के खिलाफ सूर्यवंशी दोहरा शतक ठोक देते".
14 साल की उम्र में, बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल का दूसरा सबसे तेज़ शतक जड़ा. उसके बाद से, सूर्यवंशी ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भारत अंडर-19 के लिए भी शतक बनाए हैं. वैभव अपने खेल से लगातार प्रभावित कर रहे हैं.
जुबिन भरुचा ने यह भी याद किया कि कैसे सूर्यवंशी ने अभ्यास सत्र के दौरान नेट्स में इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ और राजस्थान रॉयल्स के अपने साथी जोफ़्रा आर्चर को धूल चटा दी थी. उस पल को याद करते हुए जुबिन भरुचा ने कहा ,"जब वह वैभव को गेंदबाज़ी कर रहा था, तो मैं डर गया था, और इस लड़के ने बैकफुट पर एक शॉट मारा, और गेंद स्टेडियम से बाहर चली गई. उन्होंने कहा, "पूरा कोचिंग स्टाफ, यहां तक कि जोफ्रा भी दंग रह गए थे.
हाल ही में, सूर्यवंशी ने ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ भारत अंडर-19 टीम की ओर से 78 गेंदों में शतक जड़कर इतिहास का चौथा सबसे तेज़ युवा टेस्ट शतक जड़कर एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली. ब्रेंडन मैकुलम के बाद, वह 100 से कम गेंदों में दो पुरुष अंडर-19 टेस्ट शतक लगाने वाले इतिहास के इकलौते बल्लेबाज़ बने थे.