कोरोना महामारी की जानलेवा दूसरी लहर से पूरा देश बेहाल है. महामारी की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए कहीं पाबंदियां हैं तो कहीं संपूर्ण लॉकडाउन. इन बंदिशों के बीच कई लोगों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा है, लोगों का घर चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसी संकट की घड़ी में उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ने सराहनीय कदम उठाया है. यूपीसीए ने पूर्व रणजी खिलाड़ियों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है.
यूपीसीए ने आज शुक्रवार को घोषणा की है कि वह पूर्व रणजी खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मदद करेगा. यूपीसीए रणजी खिलाड़ियों को मदद की तौर पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता करेगा.
यूपीसीए ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह मदद 50 साल की उम्र पार कर चुके पूर्व खिलाड़ियों के लिए होगी. खिलाड़ियों को उनके द्वारा खेले गए रणजी मैचों की संख्या के आधार पर वर्गीकृत किया जाएगा. एक से पांच मैच खेलने वालों को 50,000. छह से 15 मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 75,000 और 16 से 24 मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 100,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.” आर्थिक मदद की पूरी राशि खिलाड़ियों को एक मुश्त दी जाएगी.
यूपीसीए इससे पहले भी पूर्व रणजी खिलाड़ियों की मदद करता रहा है. यूपीसीए ने बताया कि आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए खिलाड़ियों को जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे जिसके बारे में उन्हें सूचित कर दिया गया है.