ऐसा लगता है कि जो अगली पीढ़ी बड़ी हो रही है, उसकी किताब में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid), सुनील गावस्कर (Gavaskar) और सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) बिल्कुल भी नहीं हैं. और ऐसा भी लगता है इस पीढ़ी को उनके कोच भी मॉडर्न क्रिकेट खेलने की इजाजत छह-सात साल की उम्र से ही दे रहे हैं. एक ऐसी उम्र, जब पूरा ध्यान बेसिक्स पर दिया जाता है, लेकिन एमएस धोनी (MS Dhoni), विराट कोहली (Virat Kohli), जोस बटलर (Jos Buttler) और एबी डिविलियर्स ने मानों अपने अंदाज से ऐसे बीज हो दिए हैं कि अब बच्चे इन्हीं की शैली पर ज्यादा अमल करना चाहते हैं. कम से कम आकाश चोपड़ा के इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए वीडियो से ऐसा ही लगता है. वास्तव में जैसे शॉट यह बच्चा खेल रहा है, तो उस उम्र में तो एमएस धोनी (MS Dhoni) भी ऐसा शॉट नहीं ही खेलते होंगे. मतलब पूत के पांव पालने में ही दिख रहे हैं!
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर भारत के कोविड-19 प्रभावितों के लिए पैसा जुटाने की मुहिम में हिस्सा लेंगे
वीडियो में साफ दिखायी पड़ रहा है कि यह करीब पांच-छह साल का लड़का किसी पेशवेर अकादमी में प्रशिक्षण लेता है. कहां का है, किस शहर का है, तो यह चोपड़ा ने अपनी कमेंट्री में नहीं बताया, लेकिन इस 'छोटू' के शॉट आपको यह एसहास जरूर करा देंगे कि क्रिकेट की धारा किस ओर बह रही है.
इस वीडियो में यह लड़का शॉर्ट रेंज से बैटिंग कर रहा है. और सारे शॉट हवा में खेलता है. शुरुआी दो शॉट एकदम धोनी के कॉपीबुक हेलीकॉप्टर शॉट, तो अगले शॉट घुटने टेककर मिडऑन और मिडविकेट के ऊपर से जड़ते हैं. चोपड़ा कमेंटरी के दौरान कहते हैं कि ऐसा लगता है कि ये सिर्फ टी20 क्रिकेट ही खेलना चाहते हैं. वास्तव में यह अब बड़ों की ही नहीं, बल्कि बच्चों की भी मानसिकता हो चली है. और अगर आपको बीसीसीआई के अंडर-14 टूर्नामेंट में कोई बच्चा इस तरह के अंदाज में बैटिंग करता दिख जाता है, तो चौंकिएगा बिल्कुल मत. यह सोचिएगा कि ये दौर एबी और बटलर का है और छोटे-छोटे बच्चे इन्हीं दिग्गजों को फॉलो कर रहे है.
VIDEO: कुछ दिन पहले हुयी मिनी ऑक्शन में कृष्णप्पा गौतम 9.25 करोड़ रुपये में बिके थे.