- पूर्व क्रिकेटर करसन घावरी ने विराट और रोहित को महान सुनील गावस्कर के प्रति असम्मान दिखाने के लिए आलोचना की
- घावरी ने शुभमन गिल को उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें गावस्कर से सलाह लेकर अपना खेल सुधारना चाहिए
- कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि टीम के कुछ सितारों ने गावस्कर की शिकायत बीसीसीआई से की थी
अपने समय के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर करसन घावरी ने महान सुनील गावस्कर के प्रति 'असम्मान' जताने के लिए वर्तमान पीढ़ी के स्टार क्रिकेटरों जमकर खरी-खोटी सुनाई है. खासकर पूर्व क्रिकेटर ने विराट और रोहित दोनों को आड़े हाथ लिया, तो वहीं घावरी ने शुभमन गिल (Shubman Gill) का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय कप्तान को अपना खेल सुधारने के लिए गावस्कर की सलाह लेनी चाहिए. घावरी कुछ महीने पहले उन मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसके तहत ऐसी खबर आईं कि टीम इंडिया के कुछ सितारा खिलाड़ियों ने गावस्कर की शिकायत बीसीसीआई से की. हालांकि, तब मामला वहीं का वहीं दब गया था.
घावरी बोले, 'सनी गावस्कर पिछले 25 साल से कमेंट्री कर रहे हैं और उनके कॉमेंट्स युवा खिलाड़ियों के लिए बहुत ही मूल्यवान हैं. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे खिलाड़ी सनी से सलाह नहीं मांगते, जबकि दूसरे देशों के क्रिकेटर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करते रहते हैं.' उन्होंने कहा, 'गिल सहित हर भारतीय बल्लेबाज को सनी से सलाह लेनी चाहिए. मैं नहीं जानता कि गिल गावस्कर के पास गए या नहीं, लेकिन अगर वह नहीं गए हैं, तो उन्हें जाना चाहिए. कभी मीडिया में यह आया था कि गावस्कर ने कोहली, रोहित या गिल को सलाह दी, लेकिन हमें ऐसा कभी सुनने को नहीं मिला कि स्टार खिलाड़ी गावस्कर के पास सलाह मांगने गए.'
साथ ही, घावरी ने रोहित और विराट को भी सनी के प्रति असम्मान प्रदर्शित करने के लिए लताड़ लगाई. कुछ महीने पहले ऐसी खबरें आईं थी कि रोहित पूर्व महान ओपनर की आलोचना करने को लेकर नाखुश थे, तो कोहली कई बार विराट से टकरा चुके हैं. यह साल 2024 का समय था, जब कोहली ने सनी की उनके स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक-रेट को सही भावना से नहीं लिया था. लेकिन घावरी का मानना है कि रोहित और विराट को अपने भलाई के लिए गावस्कर की आलोचना को सुनना चाहिए.
घावरी ने कहा, 'यह एकदम बकवास है. आप रोहित या विराट हो सकते हो, लेकिन आपको महान खिलाड़ी का सम्मान करना चाहिए. अगर, वह आपसे कुछ कहते हैं या किसी बात को लेकर सलाह देते हैं, तो यह आपके भले के लिए है. रवि शास्त्री एक खुले दिल के व्यक्ति हैं. जब बात किसी की आलोचना करने की आती है, तो तो वह करेंगे, लेकिन इसको लेकर गावस्कर का अंदाज एकदम जुदा है. गावस्कर अपनी बातें कहने के लिए शास्त्री के मुकाबले एकदम अलग हैं.'