भारतीय महिला टीम के लिए विश्वकप 2022(Womens world cup 2022) की शुरुआत जरूर बेहतरीन तरीके से हुई थी जहां पाकिस्तान को टीम इंडिया ने एक बड़े अंतर से हराया था लेकिन अगले ही मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम की पोल खोल दी. ऐसा माना जा रहा था कि भारतीय टीम की बल्लेबाजी ज्यादा मजबूत है लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजी कीवी गेंदबाजों के सामने बेबस नजर आई और 261 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 62 रनों से पीछे रह गई. अगला मैच वेस्टइंडीज (India vs West Indies) के साथ है भारतीय कप्तान को इन तीन बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए.
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1. मिताली को बैटिंग ऑर्डर में ऊपर आना होगा
अगर हमारी ऊपर की तीन नंबर तक बल्लेबाजी बाएं हाथ से होगी तो किसी भी विरोधी टीम के गेंदबाजों को अपनी रिदम पाने में आसानी होगी इसलिए दीप्ति शर्मा से पहले तीसरे नंबर पर कप्तान को खुद बल्लेबाजी के लिए आना चाहिए ताकि दाएं-बाएं की जोड़ी बन सके. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम ने 47 ओवर तक बल्लेबाजी करने के बाद सभी 10 विकेट खोते हुए केवल 198 रन ही बना सकी. शुरुआत में ही स्मृति मंधाना के आउट हो जाने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने इतना दबाव अपने ऊपर ले लिया कि हरमनप्रीत के अगर आखिरी ओवरों की बल्लेबाजी छोड़ दें तो किसी भी बल्लेबाज ने इतना साहस नहीं किया की मैच के किसी भी प्वाइंट पर न्यूजीलैंड की गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश करें.
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2. गेंदबाजी को टच ना करें
वर्ल्डकप के शुरुआत में ऐसी बातें की जा रही थी कि भारतीय बल्लेबाजी काफी उमदा है हमें गेंदबाजी के बारे में सोचना है, लेकिन मैदानी हकीकत कुछ और ही सामने आ रही है. पूजा वस्त्राकर, झूलन गोस्वामी और राजेश्वरी गायकवाड़ ने न्यूजीलैंड की खिलाड़ियों को पूरे मैच में बांधे रखा था. इनका साथ मेघना सिंह और दीप्ति शर्मा ने भी बखूबी दिया था. भारत की बल्लेबाजी को देखते हुए 261 रनों का लक्ष्य काफी मुश्किल नहीं माना जा रहा था. भारतीय टीम रनों का पीछा करते हुए काफी अच्छा खेलती है तो कुल मिलाकर गेंदबाजी लाइन अप को बिल्कुल भी नहीं छेड़ना चाहिए.
3. शेफाली वर्मा को लाना होगा वापस
भारतीय टीम के लिए अब शेफाली वर्मा का फॉर्म में ना आना काफी चिंता का विषय बना हुआ है. न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे ही मैच में उनकी जगह खराब फॉर्म के चलते वडोदा की यास्तिका भाटिया को टीम में शामिल किया गया था. यास्तिका ने काफी धीमे बल्लेबाजी की जिसके चलते नीचे के बल्लेबाजों पर काफी दबाव बन गया था. पाकिस्तान के खिलाफ शेफाली वर्मा शून्य के स्कोर पर आउट हो गईं थीं. अगर शेफाली वर्मा अपनी फॉर्म में आ जाती हैं तो जिस स्ट्राइक रेट के साथ वे बल्लेबाजी करती हैं वहां से बल्लेबाजों पर से दबाव हट जाता है औऱ टीम एक बड़े स्कोर पर आसानी से पहुंच सकती है.
अब इन फॉर्म वेस्टइंडीज से मुकाबला
भारत अपने पहले दो मुकाबलों में से एक में जीत पाई है जबकि वेस्टइंडीज ने सभी को चौंकाते हुए इंग्लैंड और न्यूजीलैंड दोनों को हराया है. वेस्टइंडीज की खिलाड़ियों की चर्चा पूरा टूर्नामेंट में हो रही है. जीत के रास्ते आत्मविश्वास के चरम पर पहुंच चुकी इस टीम को हराना किसी भी मायने में भारतीय टीम के लिए 12 मार्च को आसान नहीं होने वाला है.
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